जयपुर

अस्पताल की लापरवाही: प्रसूता व शिशु की मौत के बाद चिकित्सा विभाग की बड़ी कार्रवाई, अस्पताल सीज़

Maternal Healthcare Safety: चिकित्सा विभाग की बड़ी कार्रवाई, संचालक व चिकित्सक पर एफआईआर, गंभीर अनियमितताओं का खुलासा, सोनोग्राफी मशीन भी सीज़।

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Sep 24, 2025

Hospital Negligence: जयपुर। रायथल के निजी अस्पताल की लापरवाही के कारण प्रसूता एवं गर्भस्थ शिशु की मौत मामले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल प्रभाव से सख्त कार्रवाई करते हुए कालाडेरा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है एवं अस्पताल को सीज कर दिया गया है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने मामला संज्ञान में आते ही गहन जांच करने एवं दोषियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद विभाग द्वारा जांच कमेटी गठित कर संपूर्ण तथ्यात्मक जानकारी एकत्र की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर सुनीता महिला एवं जनरल हॉस्पिटल, रायथल को सीज करने के साथ ही संचालक सुरेश कुमार एवं चिकित्सक के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम डॉ. रवि शेखावत ने बताया कि जानकारी के अनुसार मृतका मोनिका कंवर (25) पत्नी दीपक सिंह मूल निवासी बड़ी खाटू (जिला नागौर) थीं। उनका पीहर ग्राम रोजदा, खंड जालसू (जयपुर) में है। मोनिका पिछले दो माह से यहीं रह रही थीं। 20 सितम्बर की रात को प्रसव पीड़ा होने पर उन्हें रायथल स्थित सुनीता महिला एवं जनरल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, जहां परिजनों के अनुसार प्रसव संबंधी उपचार दिया गया। हालत बिगड़ने पर अगले दिन चौमूं के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

परिजनों ने इस संबंध में थाना कालाडेरा को शिकायत दर्ज कराई। इस पर अप्राकृतिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया। जिला पुलिस अधीक्षक, जयपुर के निर्देश पर मेडिकल बोर्ड गठित कर उप जिला चिकित्सालय चौमू में पोस्टमार्टम करवाया गया। विभागीय टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में अस्पताल में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। निरीक्षण के दौरान एक महिला चिकित्सक मिली, जिसने स्वयं को (BAMS, CGO) बताया। अस्पताल प्रशासन, स्टाफ एवं पंजीकरण संबंधी दस्तावेजों की जांच की गई। सोनोग्राफी मशीन में अनियमितता पाए जाने पर उसे तत्काल सीज़ कर दिया गया। साथ ही उपखंड अधिकारी द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल को भी सीज़ कर दिया गया है।

मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. अमित यादव ने कहा है कि प्रकरण में निष्पक्ष जांच, दस्तावेज़ सत्यापन एवं कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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Published on:
24 Sept 2025 09:14 pm
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