जयपुर में एफएमजीई की फर्जी डिग्री और एनएमसी रजिस्ट्रेशन खरीदकर इंटर्नशिप करने का मामला उजागर हुआ। एसओजी ने दौसा के तीन डॉक्टरों पियूष त्रिवेदी, शुभम गुर्जर और देवेंद्र सिंह गुर्जर को 16 लाख में फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने के आरोप में गिरफ्तार किया।
Jaipur Crime: फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम (एफएमजीई) के फर्जी प्रमाण पत्र और एनएमसी रजिस्ट्रेशन 16 लाख रुपए में खरीदने का मामला सामने आया है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने दौसा निवासी तीन डॉक्टरों को पूछताछ के बाद गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।
एडीजी विशाल बंसल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में एक डॉक्टर दलाल है। जबकि दो डॉक्टर फर्जीवाड़ा कर एफएमजीई की फर्जी डिग्री लेने वाले हैं। गिरफ्तार आरोपियों में दौसा निवासी डॉ. पियूष कुमार त्रिवेदी, खेरवां (दौसा) निवासी डॉ. शुभम गुर्जर और खुरी कला निवासी डॉ. देवेंद्र सिंह गुर्जर शामिल हैं।
एडीजी बंसल के अनुसार, डॉ. पियूष ने साल 2022 में जॉर्जिया से एमबीबीएस किया। भारत में प्रैक्टिस के लिए अनिवार्य एफएमजीई परीक्षा उसने साल 2022, 2023 और 2024 में दी। लेकिन वह तीनों बार फेल हो गया। बार-बार असफल होने के बाद उसकी मुलाकात परिचित डॉ. देवेंद्र से हुई।
आरोपी देवेंद्र ने साथी डॉ. शुभम और अन्य लोगों के साथ मिलकर पियूष से 16 लाख रुपए लेकर उसे फर्जी एफएमजीई प्रमाण पत्र और एनएमसी रजिस्ट्रेशन दिलवाया। इतना ही नहीं, डॉ. देवेंद्र सिंह गुर्जर और डॉ. शुभम गुर्जर ने भी अपने नाम से फर्जी एफएमजीई प्रमाण पत्र बनवाया था।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डॉ. पियूष ने करौली मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप की। वहीं, डॉ. शुभम गुर्जर ने राजीव गांधी अस्पताल, अलवर में और डॉ. देवेंद्र सिंह गुर्जर ने राजकीय मेडिकल कॉलेज, दौसा में इंटर्नशिप पूरी की। एसओजी अन्य संबंधित लोगों की तलाश में जुटी है।