जेडीए की प्रवर्तन शाखा ने सोमवार को 15 बीघा कृषि भूमि पर विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी को दोबारा ध्वस्त कर दिया। वृंदावन विहार नाम से यह कॉलोनी विकसित की जा रही थी।
जयपुर: जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की प्रवर्तन शाखा ने सोमवार को सांगानेर के ग्राम पवालिया में 15 बीघा कृषि भूमि पर विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी वृंदावन विहार को दोबारा ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई कॉलोनी के अवैध निर्माण के खिलाफ पिछले 11 महीनों में तीसरी है।
जेडीए ने बताया कि कॉलोनी में सड़क सीमा क्षेत्र में प्लॉटों की बाउंड्री वॉल बनाने और सड़कों की तैयारियों के तहत लॉन बिछाने का काम चल रहा था। जेडीए के पुलिस उप महानिरीक्षक राहुल कोटोकी ने बताया कि यह भूमि कृषि योग्य क्षेत्र की थी और किसी भी तरह के रिहायशी विकास के लिए अनुमति नहीं थी।
उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण रोकने और भूमि उपयोग नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई आवश्यक थी। इसके पहले जेडीए ने पिछले वर्ष 20 नवंबर और इस वर्ष सात फरवरी को भी इसी कॉलोनी पर कार्रवाई कर इसे ध्वस्त किया था।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि भूमि पर लगातार अवैध निर्माण की कोशिश की जा रही थी, जिससे नियमों का उल्लंघन हो रहा था। जेडीए ने संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। प्रवर्तन शाखा ने चेतावनी दी है कि अवैध कॉलोनियों के मामलों में किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी और नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में भी संतोष की भावना है, क्योंकि अवैध कॉलोनियों के कारण गांवों की कृषि भूमि और जलस्रोत प्रभावित हो सकते हैं। जेडीए का यह कदम कृषि भूमि और नियोजित विकास को सुरक्षित रखने की दिशा में अहम माना जा रहा है।