राज्य सरकार की ओर से जयपुर विकास प्राधिकरण जोन 12 में आवासीय योजना के तहत केसर विहार, अवंतिका, बगरू ग्रीन्स एवं केदार विहार को वर्ष 2018 में आवंटित किया गया था।
महलां (जयपुर)। राज्य सरकार की ओर से जयपुर विकास प्राधिकरण जोन 12 में आवासीय योजना के तहत केसर विहार, अवंतिका, बगरू ग्रीन्स एवं केदार विहार को वर्ष 2018 में आवंटित किया गया था। इसके बाद इन आवासीय योजनाओं में किसी भी आवेदक ने एक भी मकान नहीं बनाया। सूत्रों ने बताया कि जेडीए की आवासीय योजना में सुविधा उपलब्ध नहीं होने से आवेदक अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। इसके बावजूद जयपुर विकास प्राधिकरण खजाना भरने के लिए अन्य योजनाएं और विकसित कर रहा है।
जानकारी के अनुसार जेडीए की आवासीय योजना केसर विहार में प्रशासनिक उदासीनता के चलते 7 साल गुजरने के बाद भी विकास को बढ़ावा नहीं मिलने से आवासीय योजना पर प्रश्न चिन्ह लगता दिखाई दे रहा है। जानकारी के अनुसार जयपुर से महज 30 किलोमीटर की दूरी व जयपुर-अजमेर राजमार्ग के निकट जयपुर विकास प्राधिकरण की आवासीय योजना केसर विहार में सड़क, पानी, विद्युत लाइट आदि की समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं होने से भूखंड आवंटन धारी ने 7 साल गुजरने के बाद भी अभी तक एक मकान भी नहीं बना सके।
जेडीए ने वर्ष 2018 में 8 सितंबर से 22 अक्टूबर तक केरिया का बास स्थित केसर विहार आवास योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। 20 नवंबर 2018 को लॉटरी के माध्यम से 45 व 90 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के 269 आवास स्वीकृत किए गए। इसके बाद आवास योजना में जेडीए की शर्तों के अनुसार सड़क, पानी, विद्युत आपूर्ति सहित अनेक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा पाया। योजना के 7 साल गुजरने के बाद भी एक भी आवास नहीं बन सका। केसर विहार योजना में आरक्षित दर 12 हजार वर्ग मीटर के हिसाब से आवासों का बेचान कर जेडीए ने अपना खजाना तो भर लिया। इसके बाद आवास योजना की क्रियान्वित नहीं हो पाई।
जानकारों ने बताया कि जेडीए जोन 12 में स्थित केसर विहार आवास योजना में प्रशासन सड़क, पानी, विद्युत आदि मूलभूत सुविधाएं सुचारू करें तो आवास आवंटित अपने आवास बनाने को तैयार होंगे। केसर विहार आवास योजना जयपुर-अजमेर राजमार्ग से महज 200 मीटर दूरी पर स्थित है। केसर विहार आवास योजना में बनी ग्रेवल सड़कें डामरीकरण के अभाव में जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने लगी है। जेडीए प्रशासन की उदासीनता के चलते केसर विहार योजना को विकास कार्यों का बढ़ावा नहीं मिल पा रहा है।
सरकार की ओर से बगरू रावान में बगरू ग्रीन्स जेडीए प्रशासन ने आवासीय योजना लाई गई थी। जो करीब 7 वर्ष से ठप है। किसी भी आवेदक ने भूखंड का निर्माण नहीं करवाया। जेडीए प्रशासन की ओर से आवंटित आवासीय योजनाओं में सुविधा उपलब्ध करवानी चाहिए।
हनुमान सिंह, लाखणोत स्थानीय
जेडीए प्रशासन की ओर से आवासीय योजनाओं में सड़क, पानी, बिजली आदि व्यवस्थाएं सुचारू करें तो आवेदक आवंटित भूखंड धारी अपने आशियाने बनाने के लिए आने लगेंगे।
मदन निठारवाल, प्रशासक ग्राम पंचायत अवानियां