क्या इन अभ्यर्थियों का करियर अब अंधकार में चला जाएगा? या वे इस संकट से बाहर निकलने में सफल होंगे? अगले कुछ दिन इस मामले में निर्णायक साबित हो सकते हैं। अब सबकी नजरें 14 अक्टूबर पर टिकी हैं । क्या दस्तावेज दिखाए जाएंगे, या यह सिर्फ एक बड़ी धोखाधड़ी का पर्दाफाश होगा ?
जयपुर। राजस्थान की एक सरकारी नौकरी में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आवेदन किए जाने का मामला उजागर हुआ है। इसके बाद अब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने चयनित ऐसे अभ्यर्थियों को अंतिम नोटिस भेजा है। नोटिस में सात दिन के अंदर ओरिजनल दस्तावेज दिखाने के लिए कहा है। अन्यथा ऐसे अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है।
मामला पीटीआई परीक्षा 2022 का है। इसमें 321 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में गड़बड़ सामने आई है।
अब आठ अक्टूबर को यह भेजा अंतिम नोटिस
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने आठ अक्टूबर को एक और नोटिस भेजा है। नोटिस में लिखा है कि " शारीरिक शिक्षा अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा 2022 में अभ्यर्थियों के मूल आवेदन पत्र में प्रशैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्रों में विश्वविद्यालय का नाम, रोल नम्बर, एनरोलमेंट नम्बर, उत्तीर्ण वर्ष, प्रतिशत आदि में ऑनलाइन आवेदन पत्र में भिन्नता पाई गई है। इसलिए इन प्रमाण पत्रों की जांच के लिए संबंधित विश्वविद्यालयों को पत्र लिखकर डिग्री/डिप्लोमा की जांच करवाई जा रही है। जिसकी एक प्रतिलिपि एसओसी को दी गई है। इसकी सूचना संबंधित अभ्यर्थियों को दे दी गई है।
अभ्यर्थी 14 अक्टूबर तक रख सकेंगे अपना पक्ष
कर्मचारी चयन बोर्ड के सचिव डॉ. बी.सी. बधाल ने अभ्यर्थियों को पुन: सूचित किया है कि आपके आवेदन में पाए गए मिसमैच प्रकरण में आपको कोई पक्ष रखना है तो 14 अक्टूबर तक लिखित में अपना पक्ष दुर्गापुरा स्थित राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड कार्यालय में प्रस्तुत करें। अन्यथा कूटरचित प्रमाण पत्र मानते हुए आपके खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी। इसकी समस्त जिम्मेदारी आपकी ही होगी।
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