Rajasthan Politics: राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयानबाजी से एक बार फिर कांग्रेस के भीतर पुराने घाव हरे हो सकते हैं। मानेसर की घटना और उस दौर की बयानबाजी अब भी कांग्रेस के लिए एक नासूर बनी हुई है, जिसे भाजपा समय-समय पर कुरेदती रही है।
BJP vs Congress: जयपुर। मानेसर प्रकरण को लेकर राजस्थान की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ‘घटनाओं को भूल जाने’ की बात कहने के बाद अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर निशाना साधा है।
गहलोत ने अपने बयान में कहा था, "अब हर घटनाक्रम याद रखता रहूं तो काम कैसे करूंगा? हमें आगे भी देशहित में काम करना है। कई बातें भूलनी पड़ती हैं। कांग्रेस को मजबूत करना हमारा पहला फर्ज है, तभी लोकतंत्र बचेगा।"
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मदन राठौड़ ने कहा, "गहलोत साहब तो मानेसर की घटना भूल चुके हैं, लेकिन सचिन पायलट को भी अब यह घटना भूल जानी चाहिए। जब भी सचिन पायलट सोचते होंगे कि मुझे नाकारा और निकम्मा कहा गया, तब उन्हें यह याद आता होगा। अगर भूलना है तो सचिन जी से भुलवाइए। उन्हें कहिए कि भूल जाओ भाई, मुझसे गलती हुई थी।"
राठौड़ ने आगे कहा कि लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष की आवश्यकता है, लेकिन उसके लिए अंतर्कलह से ऊपर उठकर एकजुटता भी जरूरी है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयानबाजी से एक बार फिर कांग्रेस के भीतर पुराने घाव हरे हो सकते हैं। मानेसर की घटना और उस दौर की बयानबाजी अब भी कांग्रेस के लिए एक नासूर बनी हुई है, जिसे भाजपा समय-समय पर कुरेदती रही है।