वित्तीय सलाहकार, उप विधि परामर्शी, उप-नगर नियोजक, रजिस्ट्रार, एसीपी, पीआरओ, जेईएन, एईएन, एक्सईएन, राजस्व अधिकारी, राजस्व निरीक्षक सहित 150 अधिकारी-कर्मचारी वार्डों की सफाई की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए फील्ड में उतरे।
Patrika Swachhata Ka Sanskar: ग्रेटर निगम सीमा क्षेत्र के सभी वार्डों में निगम अधिकारी और कर्मचारी उतरे। सोमवार सुबह 90 मिनट तक फील्ड में रहे। सफाई व्यवस्था देखी। जहां गंदगी मिली, वहां खड़े रहकर सफाई करवाई। इसके अलावा कचरा फेंकने वालों से जुर्माना भी वसूला। इसी रिपोर्ट के आधार पर ग्रेटर निगम वार्डों की रैंकिंग भी करेगा। आयुक्त गौरव सैनी ने विद्याधर नगर जोन के वार्ड 31, 33, 34 और 37 में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया।
वित्तीय सलाहकार, उप विधि परामर्शी, उप-नगर नियोजक, रजिस्ट्रार, एसीपी, पीआरओ, जेईएन, एईएन, एक्सईएन, राजस्व अधिकारी, राजस्व निरीक्षक सहित 150 अधिकारी-कर्मचारी वार्डों की सफाई की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए फील्ड में उतरे।
●सांगानेर के वार्ड-99 में गंदगी फैलाने वालों पर 5 हजार रुपए का कैरिंग चार्ज वसूल किया गया।
●मालवीय नगर वार्ड-136 में प्लास्टिक का उपयोग करने वालों पर 1700 रु. का चालान किया।
सफाई व्यवस्था और अधिक मजबूत करने के लिए और प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए 150 वार्ड ऑफिसर इन चार्ज (ओआइसी) बनाए गए हैं। प्रत्येक ओआइसी अपने वार्ड में हर मंगलवार (अवकाश नहीं हो पर) दौरा करेंगे। दौरे के बाद जो रिपोर्ट आएगी, उसको सात दिन में दुरुस्त किया जाएगा। ये सभी नियमित रूप से सफाई व्यवस्था का विभिन्न मापदंडों पर निरीक्षण करेंगे।
-गौरव सैनी, आयुक्त, ग्रेटर निगम
●सफाई कर्मचारियों की निर्धारित ड्रेस-वर्दी और उपस्थिति का निरीक्षण
●कचरे के ओपन डिपो की स्थिति और उनको खत्म कर सौंदर्यीकरण की स्थिति
●पार्कों में साफ-सफाई
●मुख्य सड़कों पर कचरा पात्रों की स्थिति
●नाले-नालियों पर जालियों की स्थिति
●अवैध रूप से लगे बैनर-पोस्टर-होर्डिंग की स्थिति
●निर्माणाधीन भवनों पर हरे रंग के पर्दे लगवाया जाना सुनिश्चित करवाना
●वार्ड में सी एंड डी वेस्ट न रहे