कम मेहनत में अधिक पैदावार ड्रिप सिस्टम से सिंचाई
चौमंू क्षेत्र के ग्राम भूरथल में किसान नारायण लाल सैनी ने अपने खेत में स्ट्रक्चर बनाकर लौकी की फसल तैयार की। इससे उन्हें कम मेहनत में अच्छी पैदावार मिल रही है।
पौधों को मिलता है उचित पोषण
पुत्र प्रमोद सैनी ने बताया, ड्रिप सिस्टम के माध्यम से सात दिन में एक बार बूंद बूंद सिंचाई करते हैं। इससे पानी की खपत भी कम होती है। वहीं, पौधे की जड़ में भी पानी पहुंच जाता है और पौधे को उचित पोषण मिलता रहता है।
ऐसे तैयार करते हैं स्ट्रक्चर
बांस की लकडिय़ों को एक निश्चित दूरी पर लगाया जाता है। और फिर उस पर रस्सियों का एक जाल बुन दिया जाता है। जिस पर बेल बढ़ती चली जाती है। स्ट्रक्चर सिर्फ एक बार तैयार करना होता है।
12 से 15 फीट बढ़ जाती है बेल
किसान ने बताया, वह अक्सर टीवी चैनल पर खेती -किसानी से संबंधित कार्यक्रम देखा करते हैं। वहीं से सीखकर उन्होंने नवाचार करते हुए लौकी की खेती के लिए स्ट्रक्चर तैयार किया। इस पर पौधे की बेल को चढ़ा दिया। इससे बेल की लंबाई लगभग 12 से 15 फीट तक बढ़ गई। वहीं, लौकी भी ऊपर की तरफ ही लगती है। जिससे सब्जी तोडऩे में किसी प्रकार की समस्या नहीं आती।