राजस्थान में फिलहाल लोगों की औसत आयु करीब 70 साल है। राज्य सरकार ने अब इसे बढ़ाने का बड़ा संकल्प लिया है। विजन डॉक्युमेंट 2047 में लक्ष्य रखा गया है कि औसत आयु को बढ़ाकर 84 वर्ष तक ले जाया जाए।
जयपुर: लंबी उम्र की चाहत हर किसी की होती है। लेकिन यह सिर्फ किस्मत या जेनेटिक वजहों पर निर्भर नहीं, बल्कि हमारी जीवनशैली और स्वास्थ्य आदतें भी इसे तय करती हैं।
बता दें कि राजस्थान में फिलहाल लोगों की औसत आयु करीब 70 साल है। राज्य सरकार ने अब इसे बढ़ाने का बड़ा संकल्प लिया है। विजन डॉक्युमेंट 2047 में लक्ष्य रखा गया है कि औसत आयु को बढ़ाकर 84 वर्ष तक ले जाया जाए। इसके लिए सरकार स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, लोगों में जागरूकता और समय पर इलाज सुनिश्चित करने पर फोकस कर रही है।
किसी भी राज्य की औसत आयु वहां की स्वास्थ्य सेवाओं, जीवनशैली और सामाजिक-आर्थिक स्थिति का आईना होती है। अगर प्रदेश 84 वर्ष के लक्ष्य तक पहुंचता है तो यह सिर्फ लंबी जिंदगी नहीं, बल्कि बेहतर स्वास्थ्य और जीवन गुणवत्ता का प्रतीक होगा।
विजन डॉक्युमेंट में कहा गया है कि प्राथमिक से लेकर सुपर स्पेशलिटी तक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया जाएगा। हर जिले में आधुनिक जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। एंबुलेंस और हेल्थ वर्कर नेटवर्क को सुदृढ़ कर ग्रामीण-शहरी अंतर कम किया जाएगा। इसके साथ ही महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सवाई मानसिंह मेडिकल के प्राचार्य एवं नियंत्रक व कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दीपक माहेश्वरी के अनुसार, अगर लोग 40 साल की उम्र के बाद हर साल स्वास्थ्य जांच कराएं, समय पर ब्लड प्रेशर, शुगर और हार्ट जांच करवाएं तो बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है।
खान-पान में हरी सब्जियां, फल, दूध-दही, दालें शामिल करना और तैलीय-मीठे खाद्य पदार्थों से परहेज करना लंबे जीवन की कुंजी है। धूम्रपान, शराब और नशे से दूरी, रोजाना कम से कम आधा घंटा व्यायाम और तनावमुक्त जीवनशैली औसत आयु को बढ़ा सकती है।
दौड़भाग में अक्सर हम नियमित जांच और सेहत पर ध्यान देना भूल जाते हैं। लेकिन यह याद रखना होगा कि छोटी-सी लापरवाही जीवन के वर्षों को कम कर सकती है।
-डॉ. जीएल शर्मा, कार्डियोलॉजिस्ट