MGNREGA New Innovation : मनरेगा मजदूरों पर निगरानी के लिए अजमेर में एक नया नवाचार शुरू किया गया है। यहां पर वीडियो क्लिपिंग से मनरेगा मजदूरों की हाजिरी होगी। इस नवाचार को काफी सराहा जा रहा है। जल्द ही प्रदेशभर में इसे लागू करने की तैयारी की जा रही है।
MGNREGA New Innovation : मनरेगा मजदूरों पर निगरानी के लिए अजमेर में एक नया नवाचार शुरू किया गया है। यहां पर वीडियो क्लिपिंग से मनरेगा मजदूरों की हाजिरी हो रही है। इस नवाचार को काफी सराहा जा रहा है। जल्द ही प्रदेशभर में इसे लागू करने की तैयारी की जा रही है। मनरेगा में कार्यस्थल पर मजदूरों की वास्तविक मौजूदगी को लेकर अजमेर के पीसांगन पंचायत समिति की 24 ग्राम पंचायतों में शुरू किए गए वीडियो क्लिपिंग को अब प्रदेश भर में लागू करने की तैयारी है। इस नवाचार को वीडियो क्लिपिंग फॉर अटेंडेंस मॉनिटरिंग सिस्टम नाम दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस नवाचार के बाद प्रदेश भर में मनरेगा मजदूरों की मॉनिटरिंग पूरी पारदर्शिता के साथ हो सकेगी। पीसांगन पंचायत समिति में इस नवाचार को काफी सराहा जा रहा है।
मनरेगा को लेकर रोजाना नए अपडेट हो रहे हैं। राजस्थान में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत काम करने का समय 8 घंटे से घटाकर अब 7 घंटे कर दिया गया है। जिसमें अब बीच में 1 घंटे का विश्राम काल भी शामिल रहेगा।
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प्रदेश में मनरेगा में संविदा पर लगे कार्मिकों को नियमित करने की कवायद राज्य सरकार ने शुरू कर दी है। ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग ने सभी जिला कलक्टरों को निर्देश देते हुए राजस्थान कांट्रेक्च्युअल टू सिविल पोस्ट रूल्स 2022 के तहत सृजित 4966 पदों पर कार्मिकों नियमित करने को कहा है। इन पदों की प्रशासनिक स्वीकृति 7 मार्च 2024 को जारी की गई थी, फिलहाल 9 साल या उससे अधिक का कार्यानुभव रखने वाले संविदाकर्मियों को ही नियमितिकरण का लाभ मिलेगा।
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