RGHS Fraud : राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में धोखाधड़ी के मामले रुक नहीं रहे हैं। RGHS में एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। एक आरजीएचएस कार्डधारक के कार्ड से 26 लाख 70 हजार 233 रुपए के फर्जी इलाज का पता चला है। घोटाले की चेन जानकर हैरान रह जाएंगे।
RGHS Fraud : राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। अलवर में एक आरजीएचएस कार्डधारक के कार्ड से 26 लाख 70 हजार 233 रुपए के फर्जी इलाज का पता चला है। राजस्थान पेंशनर्स एसोसिएशन मेडिकल स्टोर के साथ मिलीभगत कर और फर्जी दस्तावेज बनाकर आरजीएचएस के तहत दवाएं लिखवाई गई। इसके बाद मेडिकल स्टोर से दवा के बदले नगद राशि एवं अन्य उपयोग की सामग्री प्राप्त कर आरजीएचएस का अनुचित लाभ उठाकर राजकोष को जान-बूझकर हानि पहुंचाने का कार्य किया गया है। आरजीएचएस कार्ड से 26 लाख 70 हजार 233 रुपए का अनुचित लाभ लिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की जांच में राजस्थान पेंशनर्स एसोसिएशन मेडिकल स्टोर कंपनी बाग रोड अलवर, मित्तल अस्पताल, एक डॉक्टर और कार्डधारक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में कुल छह आरोपियों के नाम शामिल हैं। राजस्थान गवर्नमेंट हैल्थ स्कीम (आरजीएचएस) में अनियमितता सामने आने के बाद प्रदेश में 9 कार्मिकों को निलंबित किया गया है, इनमें पांच चिकित्सक शामिल हैं।
आरजीएचएस के तहत कथित धोखाधड़ी के अन्य मामलों में 2 आयुर्वेदिक और 3 एलोपैथिक डॉक्टरों के साथ-साथ चार कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग ने निलंबित कर दिया है। प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) गायत्री राठौर ने कहा कि आरजीएचएस में विभिन्न हितधारकों द्वारा अनियमितताओं की शिकायतें कुछ समय से सामने आ रही थीं। गहन जांच के बाद पांच डॉक्टरों सहित 9 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया। जिनमें से दो आयुर्वेदिक चिकित्सक हैं।
राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी के सीईओ हरजी लाल अटल ने बताया कि आरजीएचएस में अनियमितताओं के चलते कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। चूरू के राजकीय आयुर्वेदिक डीबी जनरल अस्पताल की आयुर्वेदिक डॉक्टर कविता धनखड़ और पवन जांगिड़, और खैरथल-तिजारा के सीएचसी बिबरानी की मनीषा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है।