Rajasthan News : राजस्थान विधानसभा में आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग के खिलाफ विशेषाधिकार समिति ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है। यहीं हाल भाजपा के अंता विधायक कंवरलाल मीणा का भी है। जानें पूरा मामला क्या है।
Rajasthan News : राजस्थान विधानसभा में गलत तथ्य रखने के आरोप में भाजपा विधायक दल ने आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग के खिलाफ 3 मार्च को सदन में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव रखा था। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी प्रस्ताव को तुंरत स्वीकार कर मामले को विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया, लेकिन इस मामले में आगे कोई कार्यवाही नहीं हुई है। समिति ने एक बार भी सुभाषगर्ग को बुलाकर छानबीन नहीं की है।
केन्द्र में एनडीए के समर्थक दल आरएलडी से विधायक सुभाष गर्ग ने बजट सत्र के दौरान 24 फरवरी को स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से भरतपुर से जुड़ा एक मामला सदन में उठाया था। इस मसले पर सत्ता पक्ष ने सुभाष गर्ग पर आरोप लगाया था कि वे गलत तथ्य सदन में पेश कर रहे हैं। सुभाष गर्ग ने सरकार की छवि धूमिल करने का काम किया है। सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग की ओर से तीन मार्च को सदन में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव रखा और अध्यक्ष देवनानी ने प्रस्ताव को स्वीकार कर विशेषाधिकार हनन समिति को भेजने के निर्देश दे दिए।
भाजपा के अंता विधायक कंवरलाल मीणा को तीन साल की सजा होने के बावजूद अभी तक विधानसभा की सदस्यता समाप्त नहीं किए जाने को लेकर कांग्रेस आंदोलन की रणनीति बना रही है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली तीन बार विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और एक बार राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े को सदस्यता समाप्त करने को लेकर पत्र भेज चुके हैं।
उधर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी आंदोलन की बात कह चुके हैं। हाईकोर्ट ने 1 मई को दिए निर्णय में विधायक कंवरलाल को तीन साल की निचली अदालत की सजा को बरकरार रखा था। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी विशेष अनुमति याचिका पर 7 मई फैसला देते हुए खारिज कर दी थी।
विधानसभा के बजट सत्र की समाप्ति के बाद से अब तक विशेषाधिकार हनन समिति की चार बैठकें हो चुकी है। एक भी बैठक में सुभाष गर्ग का मामला नहीं आया है। इस वजह से गर्ग के विरुद्ध जो प्रस्ताव लाया गया था। उसकी कोई जांच ही नहीं हो पाई है।