Rajasthan News: जयपुर रेलवे स्टेशन पर अज्ञात महिला द्वारा छोड़े गए डेढ़ साल और 3 साल के दो मासूम भाई-बहन गांधीनगर शिशु गृह में सुरक्षित हैं। चाइल्ड हेल्प लाइन और बाल कल्याण समिति मामले की जांच कर रही है।
Woman Abandoned 2 Children At Railway Station: मां का दूध पीने और ममता का स्नेह पाने की उम्र में 2 मासूम बीते 4 दिनों से गांधीनगर स्थित शिशु गृह में मां और अपनों का इंतजार कर रहे हैं। ये नन्हें हर आवाज पर चौंक जाते हैं, मानो मां लौट आई हो। डेढ़ साल का बच्चा रोते हुए ‘मां-मां’ कहता है तो 3 साल की बहन उसे चुप कराने की कोशिश करती है। शिशु गृह के स्टाफ का कहना है कि वे जब भी किसी महिला को देखते हैं तो उनकी आंखें उम्मीद से चमक उठती हैं, लेकिन मां का चेहरा न दिखाई देने पर मायूस हो जाते हैं।
जयपुर रेलवे स्टेशन पर रविवार सुबह अज्ञात महिला उन्हें प्लेटफॉर्म पर छोड़कर चली गई। रेलवे पुलिस बल ने उसे तलाशने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। ऐसे में सूचना चाइल्ड लाइन को दी। जिन्होंने बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया, जिसके बाद उन्हें गांधीनगर स्थित शिशु गृह भेज दिया गया।
दोनों मासूमों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। हो सकता है कि उनकी मां ने ही उनको स्टेशन पर छोड़ा हो। फिलहाल बच्चे सुरक्षित हैं। धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। मामले में रेलवे से तथ्यात्मक रिपोर्ट प्राप्त कर अग्रिम कार्रवाई करेंगे।
-शीला सैनी, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति
चाइल्ड लाइन के कॉआर्डिनेटर दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज में एक महिला उन्हें प्यार से बिस्किट देकर वहां छोड़ते दिखाई दी है, बच्चे भी खुश नजर आ रहे थे। संभवत: वह बच्चों की मां हो सकती है। शिशु गृह की अधीक्षक ज्योति यादव ने बताया कि दोनों बच्चे मां और परिजन को याद करते रहते हैं।