CJI BR Gavai: देश के प्रधान न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई सहित सुप्रीम कोर्ट के करीब 25 न्यायाधीश परिवार सहित रणथंभौर दौरे पर है।
सवाईमाधोपुर/जयपुर। देश के प्रधान न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई सहित सुप्रीम कोर्ट के करीब 25 न्यायाधीश परिवार सहित रणथंभौर दौरे पर है। सीजेआई गवई शुक्रवार रात सवाईमाधोपुर पहुंचे और शनिवार को रणथंभौर का दौरा किया। उन्होंने कुछ चुनिंदा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनलों से कहा कि वन्यजीवों के शिकार को लेकर पहले से कानून हैं, लेकिन इन्हें और सख्त किया जा सकता है।
CJI बीआर गवई ने यह भी स्पष्ट किया कि राजस्थान में हाईकोर्ट की नई बैंच खोलने के मामले पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। यह मामला राज्य सरकार और मुख्य न्यायाधीश के स्तर का है।
Q. रणथम्भौर सहित अन्य वन क्षेत्र में वन्यजीवों और टाइगर के शिकार की समस्या बनी रहती है। इसमें किस तरह सुधार हो सकता है।
जवाबः शिकार रोकने के लिए कानून बने हैं और उनके तहत कड़ी कार्रवाई भी होती है। फिर भी कानूनों को और सख्त किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर कई बार विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं।
Q. महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हाईकोर्ट की नई बैंच का गठन हुआ, क्या राजस्थान में भी हाईकोर्ट की नई बैंच के गठन का कोई प्रस्ताव है?
जवाब: वहां के लोगों की डिमांड थी। नई बैंच खोलना महाराष्ट्र के चीफ जस्टिस और वहां की सरकार के बीच का मामला है। राजस्थान के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। यह मामला राज्य सरकार और हाईकोर्ट मुख्य न्यायाधीश के स्तर का है।
Q. कोर्ट में लाखों केस लंबित हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। लोक अदालत से लोगों को राहत मिल रही है, इनका दायरा कैसे बढ़ाया जा सकता है।
जवाब: आपसी सहमति से विवादों का निस्तारण हो रहा है। यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है। समय-समय पर सभी चीजों को देखा जाता है। जब मैं नालसा का चेयरमैन था, तब हमने बॉर्डर तक लोगों को जागरुक किया। इससे आमजन को बहुत फायदा मिला।