जैसलमेर

Jaisalmer: बस में लगी भीषण आग में झुलस गया बेटा, परीक्षा देकर लौट रहा था घर, हॉस्पिटल में बोलते-बोलते रो पड़े पिता

Ramdevra Youth Mahipal Singh Burnt In Burning Bus: यह बस जैसे ही जैसलमेर वॉर मेमोरियल के पास पहुंची अचानक उसमें आग लग गई। कुछ ही मिनटों में आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। महिपाल उसी बस में सवार था।

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Oct 15, 2025
जलती हुई निजी बस (फोटो- पत्रिका)

Jaisalmer Bus Fire: एक ओर जहां जैसलमेर में स्लीपर बस हादसे ने 20 लोगों की जान ले ली वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे जो मौत के मुंह से लौटे। 20 साल का महिपाल सिंह उनमें से एक हैं। रामदेवरा निवासी परीक्षा देकर घर लौट रहा था लेकिन लौटते वक्त भीषण अग्निकांड का शिकार हो गया। उसने एक ऐसा मंजर देखा जिसे शायद वह ताउम्र नहीं भूल पाएगा।

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वॉर मेमोरियल के पास लगी आग

यह बस जैसे ही जैसलमेर वॉर मेमोरियल के पास पहुंची अचानक उसमें आग लग गई। कुछ ही मिनटों में आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। महिपाल उसी बस में सवार था। वह गंभीर रूप से झुलस गया लेकिन जैसलमेर में मौजूद सेना के जवानों की तत्परता के चलते उसे समय रहते बाहर निकाल लिया गया।

पिता का दुख: ‘बेटा सपना लेकर निकला था, अस्पताल पहुंच गया’

महिपाल के चाचा ने बताया कि उनका भतीजा जैसलमेरपरीक्षा देने गया था। परीक्षा देकर वह उसी बस से लौट रहा था जिसमें आग लग गई। हादसे के बाद महिपाल को तुरंत जोधपुर स्थित महात्मा गांधी अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया।

अस्पताल के बाहर बैठे महिपाल के पिता नग सिंह गहरे सदमे में थे। आंखों में आंसूं लिए पिता का कहना था कि 'बेटा तो सिर्फ परीक्षा देने गया था…अब अस्पताल में है। हमने उसे सपना पूरा करने भेजा था लेकिन इस हालत में वापस आएगा कभी सोचा भी नहीं था।' वह बोलते-बोलते ही फूट-फूटकर रो पड़े।

सेना की त्वरित मदद से बची जान

हादसा वॉर मेमोरियल के पास हुआ जहां पास में ही तैनात सेना के जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाला। आर्मी की मदद से ही महिपाल जैसे कई घायल यात्रियों को बचाया गया। सेना के सहयोग से एम्बुलेंस और मेडिकल सहायता तेजी से पहुंची जिससे समय रहते घायलों को बाहर निकाला जा सका। इस हादसे में जहां 20 लोगों की दर्दनाक मौत हुई, वहीं महिपाल जैसे कुछ युवाओं की जान बच गई। हालांकि कुछ बुरी तरह से झुलस गए हैं।

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Updated on:
15 Oct 2025 08:41 am
Published on:
15 Oct 2025 08:13 am
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