जालोर में पंचायत समिति से चामुंडा गार्डन तक बनी सीसी रोड दो साल में ही उखड़ने लगी है। करीब 800 मीटर लंबे इस मार्ग की बदहाली ने निर्माण गुणवत्ता और विभागीय निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जालोर। पंचायत समिति से चामुंडा गार्डन तक पहुंचने वाले मार्ग को फिर से तैयार करवाया गया था। करीब एक फीट लेवल की सीसी रोड निर्माण के दौरान आश्वस्त किया गया था कि एक दशक तक यह मार्ग नहीं बिखरेगा।
मार्ग को बने दो साल ही पूरे हुए हैं और कार्य की गुणवत्ता पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। यहां करीब 800 मीटर सीसी रोड का हिस्सा जगह-जगह से उखड़ चुका है। कंक्रीट बाहर आ रही है और गड्ढों के चलते वाहन चालकों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। इस मामले में विभागीय अधिकारियों ने भी ठेकेदार की लापरवाही पर किसी तरह का जवाब-तलब नहीं किया है।
जीएडी कॉलोनी के सामने से लेकर सामतीपुरा रेलवे क्रॉसिंग तक मार्ग बदतर स्थिति में पहुंच चुका है। एक तरफ से कंक्रीट और सीमेंट निकल गया है। मार्ग उबड़-खाबड़ होने से आवाजाही में परेशानी हो रही है।
बदहाल मार्ग को दुरुस्त करवाने के बजाय विभाग भी लीपापोती ही करवा रहा है। हाल के दिनों में पेचवर्क के नाम पर डामर लगाया गया। व्यवस्थित तरीके से कार्य नहीं करने से ये पेचवर्क लीपापोती ही साबित हो रहे हैं। यहां पर भी पेचवर्क के नाम पर किया गया डामरीकरण 24 घंटे में ही पूरी तरह से उखड़ चुका है।
सुगम सफर के लिए सीसी रोड का निर्माण करवाया गया था। यह सकारात्मक कार्य था, लेकिन मात्र दो साल के भीतर ही मार्ग बिखर रहा है। विभाग को संबंधित ठेकेदार को पाबंद कर मार्ग को दुरुस्त करवाना चाहिए।
मार्ग पर गड्ढे हो जाने से खासी दिक्कत होती है। पंचायत समिति से होते हुए औद्योगिक क्षेत्र तक आवाजाही का भी यह मुख्य मार्ग है। मार्ग पर गड्ढे होने से वाहन चालकों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।