किसानों का गुस्सा कोटड़ा टोल प्लाजा पर फूट पड़ा। किसानों की मुख्य मांग है कि कोटड़ा टोल प्लाजा से 10 किलोमीटर की परिधि में आने वाले सभी गांवों को टोल फ्री किया जाए।
रानीवाड़ा। रानीवाड़ा क्षेत्र में किसानों का गुस्सा कोटड़ा टोल प्लाजा पर फूट पड़ा। टोल प्लाजा पर बड़ी संख्या में किसान पहुंचे। किसानों की मुख्य मांग है कि कोटड़ा टोल प्लाजा से 10 किलोमीटर की परिधि में आने वाले सभी गांवों को टोल फ्री किया जाए। इसके साथ ही किसानों ने यह भी मांग उठाई कि कृषि कार्यों में संलग्न वाहनों को पूरी तरह से टोल मुक्त किया जाए, ताकि किसानों पर आर्थिक बोझ कम हो सके।
आंदोलन के दौरान माहौल पूरी तरह जनसैलाब में बदल गया। विभिन्न गांवों से किसान ट्रैक्टर, जीप और अन्य वाहनों में सवार होकर पहुंचे। आंदोलन में जनप्रतिनिधियों ने भी किसानों का साथ दिया। रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी किसानों के बीच पहुंचे और उनकी समस्याओं को सुना। वहीं मालवाड़ा सरपंच प्रदीपसिंह देवल, कागमाला सरपंच महेंद्रसिंह देवल और सुरेश धनपुरा सहित कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे और किसानों की आवाज को बुलंद किया।
किसानों ने एक स्वर में कहा कि ग्रामीणों और किसानों पर टोल की मार अनुचित है। उनका कहना था कि टोल की वसूली स्थानीय लोगों के साथ अन्याय है, क्योंकि ये ग्रामीण प्रतिदिन इसी मार्ग से अपने कामकाज, खेती-बाड़ी और अन्य गतिविधियों के लिए गुजरते हैं। यदि हर बार उन्हें टोल चुकाना पड़ेगा तो यह उनकी आजीविका पर सीधा असर डालेगा।
वहीं किसानों ने टोलकर्मियों पर वाहन चालकों के साथ मारपीट करने के भी आरोप लगाए है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया तो आंदोलन को और बड़ा रूप दिया जाएगा। आंदोलन के बीच किसानों ने जसवंतपुरा तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई कि 10 किलोमीटर के दायरे में बसे सभी गांवों के लिए टोल फ्री की व्यवस्था की जाए। साथ ही किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली, कृषि उपकरण ढोने वाले वाहन और अन्य खेती-किसानी से जुड़े वाहनों पर टोल की बाध्यता समाप्त की जाए।