Jalore Sukdi River Accident: जालोर जिले के आसाणा गांव में सूकड़ी नदी में बहे दो सगे भाइयों समेत छह युवकों में से अब तक 5 के शव निकाले जा चुके है। वहीं, एक की तलाश जारी है।
जालोर। जिले के आसाणा गांव में सूकड़ी नदी में बहे दो सगे भाइयों समेत छह युवकों में से अब तक 5 के शव निकाले जा चुके है। वहीं, एक की तलाश जारी है। ऑपरेशन के लीडकर्ता मोतीसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम गुरुवार को भी सुबह से ही सर्च में जुटी हुई है। करीब 36 घंटे से सर्च ऑपरेशन जारी है। गुरुवार सुबह एक और युवक का शव बरामद कर लिया गया है। लेकिन, अभी भी एक युवक लापता है। गोताखोरों को नदी में उतार कर युवक को ढूंढने का प्रयास जारी है।
पुलिस जानकारी के अनुसार आसाणा गांव में मंगलवार शाम को मनोहरसिंह (23) पुत्र छैलसिंह राजपूत, जितेन्द्र सिंह (18) पुत्र छैलसिंह राजपूत, श्रवण देवासी (22) पुत्र मोडाराम देवासी, जगताराम (35) पुत्र जेपाराम मेघवाल, उमाराम (30) पुत्र छैलाराम मेघवाल, श्रवण (24) पुत्र ताराराम मेघवाल निवासी आसाणा नदी में बह गए थे। ग्रामीणों की सूचना पर प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंचे तथा स्थानीय तैराकों के सहयोग से खोजबीन की, लेकिन रात में सफलता नहीं मिली।
एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेन्स टीम को भी बुलाया गया, लेकिन तेज बारिश व अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू प्रभावित हुआ। प्रशासन ने मौके पर वाहनों की लाइटों से उजाला कर रेस्क्यू अभियान शुरू किया। रात्रि 1 बजे तक भी कोई सफलता नहीं मिलने से बचाव अभियान को रोक दिया गया।
इसके बाद बुधवार सवेरे से ही पुन: रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। युवकों के शव नदी में डूबे हुए होने से बचाव दल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी तथा बुधवार सुबह 9.45 बजे उमाराम मेघवाल का शव निकाला गया। इसके बाद 10.55 बजे श्रवण मेघवाल, 10.57 बजे जितेन्द्र सिंह राजपूत और दोपहर 1.05 बजे जगताराम का शव निकाला गया।
शाम 5 बजे तक नदी में डूबे 6 युवकों में से मनोहरसिंह एवं श्रवण देवासी के शव नहीं मिल पाए थे। इसके लिए गुरुवार सुबह फिर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। बताया जा रहा है कि सुबह एक और युवक का शव बरामद हुआ है। लेकिन, अभी भी एक युवक लापता है। जिसकी तलाश लगातार जारी है।
आसाणा नदी में डूबने से मृत युवकों में 4 विवाहित और 2 अविवाहित थे। मृतक उमाराम आसाणा के राजकीय विद्यालय में विद्यालय सहायक के पद पर कार्यरत था जिसकी पत्नी नेता कुमारी गांव में ही आशा सहयोगिनी है। मृतक के एक वर्ष की पुत्री प्रियंका है। जबकि मृतक जगताराम गांव में ही कृषिकार्य करता था तथा परिवार की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है।
मृतक जगताराम के तीन पुत्र है। मृतक मनोहरसिंह भी कृषि कार्य करता था जिसके 2 माह की एक पुत्री है। मृतक श्रवण देवासी की करीब 5 माह पहले ही शादी हुई थी। वही मृतक श्रवण मेघवाल की गांव में टायर पंचर की दुकान है जिससे परिवार का गुजारा करता था। जबकि मृतक जितेन्द्रसिंह अध्ययन कर रहा था।
मृतक दो सगे भाइयों के पिता छैलसिंह राजपूत को 25 अगस्त को सायला पुलिस ने अवैध बजरी परिवहन के मामले में गिरफ्तार किया था। जिन्हें पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश करने पर जेसी किया था। जिसकी बुधवार को जमानत होने पर रिहा किया गया।