CG News: जिला हॉस्पिटल, जिला पंचायत, कलेक्टोरेट में लाखों रुपए खर्च कर विशाल सोलर सिस्टम भी लगाया गया है लेकिन मेंटनेंस के अभाव में ये सोलर सिस्टम अब केवल शोपीस बनकर रह गए हैं और कंडम होते जा रहे हैं।
CG News: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बिजली बिल हाफ योजना का दायरा कम करने के बाद आम उपभोक्ताओं को सोलर सिस्टम लगाने कहा जा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकारी दतरों में पूर्व से लगे सोलर सिस्टम बंद पड़े हुए हैं जिन्हें शुरू करने ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिला हॉस्पिटल, जिला पंचायत, कलेक्टोरेट में लाखों रुपए खर्च कर विशाल सोलर सिस्टम भी लगाया गया है लेकिन मेंटनेंस के अभाव में ये सोलर सिस्टम अब केवल शोपीस बनकर रह गए हैं और कंडम होते जा रहे हैं।
जिला अस्पताल और जिला पंचायत की छतों में 50-50 मेगावॉट का सोलर सिस्टम लगाया गया है। इसके जरिए जो बिजली बनती, उसका उपयोग स्वयं विभाग को करना था बिजली की खपत बचानी थी। इसमें यह भी सिस्टम था कि अगर खपत से अधिक बिजली बनती है तो वह बिजली विद्युत वितरण कंपनी के उपयोग आ सकेगी और इसके एवज में बिजली बिल में उतनी राशि भी कटौती होगी। लेकिन देखरेख के अभाव में यह सोलर सिस्टम अब बेकार पड़ा हुआ है। बिजली बचाने के बजाए इन दतरों में हर माह लाखों रुपए का बिल हर माह आ रहा है और शासन को लाखाें रुपए का बिजली बिल भरना पड़ रहा है।
जिला अस्पताल में ओपीडी टाइम में बिजली बंद होने पर स्थिति ऐसी हो जाती है कि डॉक्टर कमरे में मोबाइल टार्च की रोशनी के सहारे मरीजों की जांच करते नजर आते हैं। वहीं अगर सोलर सिस्टम चालू रहता तो ऐसी स्थिति नहीं बनती। लेकिन सोलर सिस्टम सालों से बंद पड़ा हुआ है और इसे सुधारने कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। सिविल सर्जन डॉ. एस. कुजूर ने कहा की सोलर सिस्टम के संबंध में क्रेडा विभाग से जानकारी ली जाएगी। सिस्टम को शुरू कराने में आ रही परेशानी है तो समन्वय बनाकर प्रयास किया जाएगा।