नवरंग सिंह जाखड़ ने नवलगढ़ में जयपुरिया विद्यालय में शिक्षक के रूप में भी कई वर्षों तक सेवा दी। इसके बाद 1977 में जनता पार्टी से पहली बार विधायक बने। इसके बाद 1985 में लोकदल के टिकट पर चुनाव लड़कर दोबारा विधायक बने।
झुंझुनूं। नवलगढ़ से 2 बार विधायक रहे किसान नेता नवरंग सिंह जाखड़ का 92 वर्ष की आयु में शुक्रवार रात को निधन हो गया। शनिवार सुबह पैतृक गांव घोटू जाखड़ की ढाणी धमोरा में उनका अंतिम संस्कार किया गया। नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल, उदयपुरवाटी के पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी सहित कई लोगों ने पुष्प चक्र व पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
नवरंग सिंह जाखड़ के बड़े पुत्र अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी रहे रामावतार जाखड़ ने बताया कि उनके पिता ने जीवन के अंतिम डेढ़ वर्ष में अन्न व चाय त्यागकर राजस्थान में शराब बंदी के लिए सत्याग्रह किया। 250 बार ज्ञापन भेजकर व पत्र व्यवहार करके पूर्णतया शराब बंदी की मांग उठाई।
वे प्रदेश में शराब बंदी के लिए 7 मार्च 1979 को कांग्रेस नेता गोकुल भाई भट्ट व अन्य विधायकों को साथ लेकर राजस्थान विधानसभा के सामने आमरण अनशन पर बैठे थे, तब प्रदेश सरकार ने शराब बंदी भी की थी।
जाखड़ ने नवलगढ़ में जयपुरिया विद्यालय में शिक्षक के रूप में भी कई वर्षों तक सेवा दी। इसके बाद 1977 में जनता पार्टी से पहली बार विधायक बने। इसके बाद 1985 में लोकदल के टिकट पर चुनाव लड़कर दोबारा विधायक बने।
वे वर्ष 1979-80 में राजस्थान विधानसभा में मुख्य सचेतक रहे। उन्होंने आजीवन किसानों के हित के लिए संघर्ष किया। नवलगढ़ में किसान छात्रावास के लिए उन्होंने सबसे पहले भूमि दान करके छात्रावास का निर्माण शुरू करवाया था।