खेतड़ी में पपुरना स्थित श्मशान भूमि में रह रहे एक साधु ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान फतेह नाथ (35) के रूप में हुई है। आत्महत्या से पहले फतेह नाथ ने आठ पेज का सुसाइड नोट लिखा।
खेतड़ी (झुंझुनूं )। पपुरना स्थित श्मशान भूमि में रह रहे एक साधु ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान फतेह नाथ (35) के रूप में हुई है। आत्महत्या से पहले फतेह नाथ ने आठ पेज का सुसाइड नोट लिखा और मरने से पहले वीडियो भी बनाया था। सुसाइड नोट में सात लोगों पर लंबे समय से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इनमें लक्ष्मण राम कंचनपुर, मीरा देवी चौकड़ी, अमृता देवी गुरारा, सुरेश नांगल, बाबा विक्रम नाथ बगड़, बाबा भानी नाथ बगड़ और साध्वी ओमनाथ बगड़ के नाम शामिल हैं।
सुसाइड नोट में फतेह नाथ ने अपने जीवन की पूरी कहानी लिखी। नोट में लिखा की बचपन में ही उनके पिता का निधन हो गया था, जिसके बाद उनकी बुआ उन्हें कंचनपुर ले गईं। वहां बुआ का बेटा लक्ष्मण उन्हें परेशान करता था। इससे आहत होकर 29 अप्रेल 2012 को वह बगड़ स्थित चंद्रनाथ योग आश्रम आ गया। यहां 31 मार्च 2013 को बाबा चंद्रनाथ से भगवा भेष धारण किया, लेकिन कानों में चीरा नहीं लगाया गया।
फतेह नाथ ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि आश्रम में रहते हुए बाबा विक्रम नाथ उनके साथ मारपीट करते थे। इसकी शिकायत गुरु चंद्रनाथ से भी की थी। इस पर उन्हें यह कहकर आश्वासन दिया था कि वे विक्रम नाथ को समझा देंगे। सुसाइड में यह भी लिखा है कि विक्रम नाथ की ओर से बार-बार यह कहकर ताना मारा जाता था कि तुम चढ़ाए हुए नहीं हो, इसलिए तुम्हारे कानों में चीरा नहीं लगने देंगे।
थानाधिकारी मोहनलाल ने बताया कि सोमवार रात करीब 9.30 बजे सूचना मिली कि पपुरना में एक साधु ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारकर राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल, खेतड़ी की मोर्चरी में रखवाया गया। मृतक फतेह नाथ नांगल (श्रीमाधोपुर) का रहने वाला था। परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस सुसाइड नोट व वीडियो के आधार पर मामले की जांच कर रही है।