Rajasthan Crime News: पांच से दस प्रतिशत कमीशन का लालच देकर साइबर ठग युवाओं को अपने जाल में फंसा रहे हैं। गिरोह युवाओं के बैंक खाते किराए पर लेकर करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दे रहे हैं।
Rajasthan Crime News: पांच से दस प्रतिशत कमीशन का लालच देकर साइबर ठग युवाओं को अपने जाल में फंसा रहे हैं। गिरोह युवाओं के बैंक खाते किराए पर लेकर करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दे रहे हैं। अकेले झुंझुनूं जिले से एनसीआरपी पोर्टल पर चार हजार संदिग्ध खाताधारकों की सूची पुलिस के हाथ लगी है, जिनके खातों से करीब दो अरब रुपए का लेन-देन हुआ है।
इतने बड़े स्तर पर ठगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खाते किराए पर देने वाले युवाओं को कमीशन के तौर पर रुपए मिले। ट्रांजेक्षन के हिसाब से औसतन हर खाताधारक के हिस्से में साढ़े सात लाख रुपए आए हैं। यही लालच युवाओं को अपराध की दलदल में खींच लाया।
कोतवाली थाना पुलिस ने सैनिक नगर निवासी मोहमद रसुल को गिरतार किया। जांच में सामने आया कि उसने अपना खाता संगठित साइबर गिरोह को किराए पर दिया था। राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर उसके खाते से जुड़ी 36 शिकायतें दर्ज मिलीं। अब तक खाते से 1 करोड़ 67 लाख रुपए का लेन-देन सामने आया है। अनुमान है कि आरोपी को ठगों से कुछ रुपए का कमीशन मिला।
नवलगढ़ पुलिस ने साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया। गैंग ने पिछले सात माह में दो खातों से मिलकर करीब 2 करोड़ रुपए की ठगी की। इनके खिलाफ देशभर के 12 राज्यों में 13 शिकायतें दर्ज हैं। मामले में विकास सैनी निवासी नेता वाली ढाणी को गिरतार किया गया। अनुमान है कि खाताधारकों को इस ठगी से कमीशन मिला।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, साइबर ठगों में किराए के खाते सबसे बड़ा हथियार बन चुके हैं। अब तक की जांच में साफ है कि झुंझुनूं जिले के हजारों युवा कुछ रुपए के लालच में साइबर अपराधियों के साथी बन बैठे हैं।
पुलिस की जांच में साफ हो चुका है कि इन खातों से ट्रांजेक्शन के तुरंत बाद रकम अन्य राज्यों में ट्रांसफर कर दी जाती थी। अब तक झुंझुनूं पुलिस 60 से अधिक युवाओं को गिरतार कर चुकी है, जिनमें शहरी क्षेत्रों के खाताधारक ज्यादा हैं। प्रदेश के अन्य जिलों में ही तकरीबन ऐसी ही स्थिति है।
थोड़े से कमीशन के चक्कर में युवा साइबर ठगों के चंगुल में फंसकर अपना कॅरियर बर्बाद कर रहे हैं। ठगों को अपना खाता किराए पर दे रहे हैं। जांच में सामने आ रहा है कि साइबर ठग खुद लोगों से मोटी रकम ठगकर खाताधारकों को पांच से दस प्रतिशत ठगी की राशि का कमीशन दे रहे हैं। युवाओं को समझना चाहिए कि थोड़े से लालच के चक्कर में अपराधी ना बने। एनसीआरपी पोर्टल पर जिले को चार हजार खातों की सूची प्राप्त हुई। पुलिस लगातार कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ रही है।