Sachin Pilot Attack : RPSC को लेकर जोधपुर में शुक्रवार को सचिन पायलट ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधा। सचिन पायलट सवाल पूछा आखिर RPSC के पुनर्गठन में क्या है समस्या? जानें भजनलाल की विदेश यात्रा पर सचिन पायलट क्या बोले।
Sachin Pilot Attack : सचिन पायलट आज शुक्रवार को जोधपुर में खेजड़ली में आयोजित विश्नोई समाज के कार्यक्रम में उनका जोरदार स्वागत हुआ। जोधपुर सर्किट हाउस में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने कहा जब संस्था (RPSC) इतनी खोखली हो चुकी है, विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं। आम लोगों का विश्वास उस संस्था में नहीं है। तो पुनर्गठन में क्या समस्या है? पुनर्गठन किया जा सकता है। लोग जेलों में जा रहे हैं। रिश्वत देकर लोग पकड़े जा रहे हैं। जब आम व्यक्ति का विश्वास उस संस्था में नहीं है तो संस्था से क्या उम्मीद करेंगे।
सचिन पायलटने आगे कहा नए सिरे से उनकी नियुक्तियों के अंदर जो पारदर्शिता वाले मापदंड हैं उसके आधार पर दोबारा से संस्था का पुनर्गठन क्यों नहीं किया जा सकता है। भजनलाल सरकार पर इशारे-इशारे में निशाना साधते हुए कहा कि अगर इच्छाशक्ति है तो कोई करना चाहे तो कर सकता है। नहीं करना है तो सौ बहाने हैं। कानूनी अड़चनें हैं, संवैधानिक अड़चनें हैं। फलना। है ढिकाना है। नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी के पास नहीं है। न किसी दल, पार्टी को न ही किसी नेता को।
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सचिन पायलट ने कहा नियुक्ति के मापदंड स्पष्ट होने चाहिए। ऐसे बनाए जाएं जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की संभावना खत्म हो जाए। RPSC की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। उसको जीवित करना बेहद जरूरी है क्योंकि नौजवानों का भविष्य उस पर टिका हुआ है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए सचिन पायलट ने कहा कि रोजगार के मुद्दे पर भाजपा बैकफुट पर है। भाजपा घोषणा कर रही है कि हमने 4 लाख नौकरियों का संकल्प लिया है। संकल्प क्या होता है? घोषणा क्या होता है? इस प्रकार नौजवानों को भाजपा की चालें समझ में आ रही है।
सीएम भजनलाल शर्मा विदेश यात्रा पर हैं इस सवाल का जवाब देते हुए सचिन पायलट ने कहा ये कानूनी मामला है। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश प्राथमिकता होनी चाहिए। निर्वाचित सरकार जनता के वोट से चुन कर आती है। अगर शिक्षा, चिकित्सा, कानून व्यवस्था, विकास नहीं हो रहा है। जनता परेशान है। इस गर्मी, बिजली का मुद्दा उठाते हुए सचिन पायलट ने कहा पानी, बिजली की इतनी किल्लत कभी नहीं देखी। तो यह प्रबंधन की इच्छा शक्ति की कमी और ब्यूरोक्रेसी पर अपना प्रभाव रखने की कमी सरकार में मुझे साफ दिखाई दे रही है।
बच्चों से रेप मामले में सचिन पायलट ने कहा कि दुष्कर्म मामले की सभी को कठोर शब्दों में निंदा करनी चाहिए। बच्चों के साथ हो रहे रेप में आरोपी के साथ कठोर से कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
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