दिल्ली से आए पर्यवेक्षक सुधांशु मिश्रा ने कहा कि सभी उनसे व्यक्तिगत मुलाकात करके अपनी राय रखें। जिस कांग्रेस कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन करना है, वो भी स्वीकार किए जाएंगे।
जोधपुर। कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष बनाने की कवायद दो दिन बाद फिर से शुरू हो गई। इसके तहत हाउसिंग बोर्ड ब्लॉक की बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया। जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल कांग्रेस नेताओं के समर्थकों को पर्यवेक्षक से मिलाने को लेकर हंगामा मच गया। पर्यवेक्षक के सामने ही दोनों नेता आपस में भिड़ गए। करीब 15 मिनट चले इस घटनाक्रम के बाद मामला शांत हुआ।
दरअसल, कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष बनाने के लिए पर्यवेक्षकों ने फिर से रायशुमारी का दौर शुरू किया। इसके तहत शाम को हाउसिंग बोर्ड ब्लॉक की बैठक हुई। बैठक के दौरान पहले तो कांग्रेस नेता शहजाद खान ने जैसे ही एक लाइन का प्रस्ताव दिया कि अशोक गहलोत जिसे भी अध्यक्ष का कार्यभार देंगे उसे माना जाएगा। इस पर राजेश मेहता और राजेश सारस्वत ने विरोध किया। इसके बाद पर्यवेक्षक से अपने-अपने समर्थकों को मिलवाने की होड़ मच गई।
इस बीच कांग्रेस नेता प्रीतम शर्मा पर्यवेक्षक से मिलाने के लिए लिस्ट तैयार करने लगे, तो इस बात का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता राजेश रामदेव ने कहा कि लिस्ट किसी और से बनवाई जाए, तुम और मैं दोनों ही दावेदार हैं। इस बात पर प्रीतम शर्मा के समर्थकों और राजेश रामदेव के बीच नीखी नोकझोंक होने लगी। मामला इतना बिगड़ गया कि हाथापाई की नौबत आ गई। इस दौरान अन्य कांग्रेस नेताओं ने बीच-बचाव करके मामले को शांत किया।
दिल्ली से आए पर्यवेक्षक सुधांशु मिश्रा ने भी एक लाइन के प्रस्ताव को खारिज किया। उन्होंने कहा कि कोई एक लाइन का प्रस्ताव नहीं चलेगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सभी उनसे व्यक्तिगत मुलाकात करके अपनी राय रखें। जिस कांग्रेस कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन करना है, वो भी स्वीकार किए जाएंगे। आवेदनों को एआइसीसी भेजा जाएगा। साथ ही पूरी रिपोर्ट को भी एआइसीसी भेजा जाएगा।
सरदारपुरा स्थित एक हॉल में कांग्रेस के शास्त्री नगर और सर्राफा बाजार ब्लॉक की बैठक हुई। बैठक के दौरान सर्राफा बाजार ब्लॉक के अध्यक्ष अतर खान ने मंच से जैसे ही एक लाइन के प्रस्ताव की बात कही तो कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। इसके बाद मंच पर बैठे हुए पर्यवेक्षक सधांशु मिश्रा ने भी एक लाइन के प्रस्ताव को खारिज करते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत मिलने और आवेदन करने के लिए कहा। प्रक्रिया के तहत शनिवार को शास्त्री नगर और सर्राफा बाजार ब्लॉक की बैठक हुई।
बैठक के दौरान सर्राफा बाजार ब्लॉक अध्यक्ष अतर खान ने कहा कि एक लाइन के प्रस्ताव पर ही हम सहमत हैं। इस बात का कांग्रेसी कार्यकर्ता राजेश मेहता और राजेश सारस्वत ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि अभी तक जैसा चलता आया है वैसा अब नहीं चलेगा। राजेश सारस्वत ने कहा, एआइसीसी से आए पर्यवेक्षक अपनी रिपोर्ट देंगे। उसके आधार पर एआइसीसी तय करेगी कि कौन जिलाध्यक्ष बनेगा। इस बात पर कुछ अन्य कार्यकर्ताओं ने भी सहमति जताई। बैठक खत्म होने के बाद कुछ कार्यकर्ताओं ने मंच पर नहीं बिठाने को लेकर भी नाराजगी जताई।
एआईसीसी के निर्देशानुसार संगठन सृजन अभियान के तहत भाटी मेमोरियल हॉल में आयोजित बैठक में सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक ही प्रस्ताव पारित किया कि अशोक गहलोत का निर्णय सर्वोपरि रहेगा। वो ही निर्णय लेने के लिए अधिकृत हैं। जिस व्यक्ति का मनोनयन गहलोत करेंगे हम सभी कार्यकर्ता उनके साथ मिलकर कांग्रेस मजबूत करेंगे। हालांकि कुछ नेताओं के साथ ही कुछ कार्यकर्ता यहां पर पर्यवेक्षक से मिले।
असमंजस रहा
संगठन का कार्य है। सभी ने मिलजुल कर संगठन सजृन के कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया। विवाद कुछ भी नहीं था। सिर्फ नाम लिखने को लेकर असमंजस की स्थिति रही। जिसे उसी समय सुलझा दिया गया।
प्रीतम शर्मा, कांग्रेस नेता
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धक्का-मुक्की
कुछ बीजेपी के कार्यकर्ता ग्रुप में जबरदस्ती अन्दर घुसने की कोशिश कर रहे थे। मैंने सिर्फ इतना ही कहा कि एक-एक करके मिल लो तो धक्का-मुक्की करने लगे। ज्यादा विवाद नहीं हुआ।
राजेश रामदेव, कांग्रेस नेता