CG Crime News: पुलिस नशा के कारोबारियों को रोकने में नाकाम हो रही है। स्कूली बच्चों के बैग से गांजा मिल रहा है। बच्चों के परिजनों के सामने ही बच्चों को समझाइश देकर छोड़ दिया जा रहा है जिसके बाद बच्चे नशा से बाहर नहीं निकल पा रहें है।
CG Crime News: कांकेर के गांव हो या शहर में पढाई करने वाले बच्चे तेजी के साथ नशे के शिकार होते जा रहे है। वहीं पुलिस नशा के सौदागरों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है जिसका जीता जागता उदाहरण है कांकेर के सरकारी स्कूल में पढाई करने वाले बच्चे केे स्कूली बैंग से गांजे की पुड़िया पुलिस ने बरामद किया है।
इसके आलावा पुलिस को जांच में लगातार स्कूली बच्चों के बैग से गांजा के आलावा सिगरेट, गुटखा, तंबाकू जैसे नशीले पदार्थ बरामद हो रहे है। युवा पीढ़ी धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में होती जा रही है और पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है। बच्चों के परिजनों के सामने ही समझाइश देकर छोड़ दिया जा रहा है जिसके बाद बच्चे नशा से बाहर नहीं निकल पा रहें है।
यातायात प्रभारी दीपक साव ने बताया कि कुछ दिन पहले टीम के साथ नगर के एक शासकीय स्कूल में सायबर अपराध, गुड टच, बैड टच, ट्रैफिक नियम की जानकारी देने के लिए गए हुए थे। जहां पर शिक्षकों ने उनको बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के बैग की नियमित रूप से जांच किया जाता है कि कहीं बच्चे मोबाईल लेकर स्कूल तो नहीं आ रहे हैं या फिर बैग में कोई आपत्तिजनक पदार्थ तो नहीं रखे हैं।
जांच के दौरान ही एक बच्चे के बैग से गांजा की पुड़िया बरामद किया गया। बरामद गांजा को जब शिक्षकों ने उनको दिखाया तो उन्होने बच्चे को समझाइश दिया कि दोबारा ऐसी हरकत नहीं होनी चाहिए।
शहर में तेजी के साथ नशे का कारोबार हो रहा है जो पुलिस से अछुता नहीं है। सवाल यह है कि आखिर पुलिस सब चीज जानते हुए भी नशे के सौदागरों को सलाखों के पीछे क्यों नहीं डाल रही। पुलिस के सुस्त रवैये को देखते हुए शहरवासी अब पुलिस की भुमिका पर सदेंह कर रहे है।
CG Crime News: शहर में बड़ी संख्या में नशे के सौदागर फल-फूल रहे है। पुलिस महज खानापूर्ति के लिए छोटे मोटे व्यापारियों को पकड़कर कार्यवाही की बात करती है परंतु शहर में बडे़ पैमाने पर नशीले पदार्थों का व्यापार किया जा रहा है। जहां तक पुलिस अभीतक नहीं पहुंच पाई है या पहुंचना नहीं चाहती यह एक गंभीर सवाल है।