Police commissioner with Muslim religious leaders कानपुर में 'l love Mohammed' बैनर संबंधी विवाद को लेकर पुलिस कमिश्नर ने मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ बैठक की और उन्हें एफआईआर की कॉपी पढ़ कर सुनाई गई। इन धर्म गुरुओं की मौजूदगी में बैठक हुई।
Police commissioner with Muslim religious leaders कानपुर में आई लव यू मोहम्मद (l love Mohammed) बैनर को लेकर हुआ विवाद देश और प्रदेश के कई हिस्सों में पहुंच गया। जबकि कानपुर पुलिस कई बार बता चुकी है कि मुकदमा परंपरागत स्थान से हटकर टेंट, पोस्टर, बैनर लगाने और दूसरे संप्रदाय के धार्मिक पोस्ट फाड़ने को लेकर दर्ज किया गया है। इसी संबंध में पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने शहर के मुफ्ती, मौलवी, शहर काजी के साथ बड़ी बैठक की। जिसमें पुलिस कमिश्नर ने उन्हें मुकदमा के संबंध में स्पष्टीकरण दिया। बताया गया कि मुकदमा क्यों लिखा गया है। इस मौके पर मुकदमे की कॉपी पढ़ कर सुनाई गई। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि विरोध गलत तथ्यों पर हो रहा है। मामले की जांच कराई जा रही है। जो दोषी नहीं होंगे उसका नाम हटा दिया जाएगा। मामला कानपुर के रावत थाना क्षेत्र का है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस कमिश्नर ने शहर के मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ बैठक की। जिसमें आई लव मोहम्मद बैनर को लेकर हो रहे विवाद पर चर्चा की गई। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने कहा कि गलत तथ्यों को लेकर विरोध हो रहा है। मुकदमा 'आई लव मोहम्मद' लिखने पर नहीं हुआ है। बल्कि परंपरागत स्थान से हटकर दूसरी जगह टेंट और पोस्ट लगाने, दूसरे संप्रदाय के पोस्टर फाड़ने आदि को लेकर किया गया है।
इस मौके पर मौजूद मुस्लिम धर्म गुरुओं को एफआईआर की कॉपी पढ़कर भी सुनाई गई। उन्होंने कहा कि जो दोषी नहीं हैं उनके नाम एफआईआर से जांच के बाद हटा दिए जाएंगे। लेकिन दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर कानपुर शहर मुफ्ती शहर काजी साकिब अदीब मिस्बाही, शहर काजी हाफिज अब्दुल कुददूस हादी, शहर काजी कारी मोहम्मद सगीर आलम हबीबी नायब, खतीबो इमाम जामा मस्जिद रावतपुर के मौलाना असग़र अली यार अल्वी मौजूद थे।