IPS Alok Singh: IPS आलोक सिंह खालिस्तानी आतंकवाद से लेकर नक्सल नेटवर्क का सफाया कर चुके हैं। जानिए, उस अफसर की कहानी जो हर मोर्चे पर ‘स्पेशल ऑपरेशंस एक्सपर्ट’ साबित हुए।
IPS Alok Singh: उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ IPS अधिकारी और ADG कानपुर जोन आलोक सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। झांसी में अवैध खनन को रोकने के लिए उन्होंने कड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इसके अलावा वह और भी कई 'स्पेशल ऑपरेशंस' में अपनी सक्रिय भूमिका निभा चुका हैं।
झांसी में अवैध खनन के बढ़ते नेटवर्क को रोकने के लिए कई जगह अचानक छापेमारी की गई। इस दौरान ADG कानपुर जोन आलोक सिंह और राजस्व विभाग के संयुक्त ऑपरेशन के जरिए खनन माफिया की गतिविधियों को बड़ा झटका दिया।
इसके अलावा कन्नौज के छिबरामऊ इलाके में बंधक बनाए गए 8 साल के बच्चे को पुलिस द्वारा सफलतापूर्वक रेस्क्यू कराया। घटना की गंभीरता को देखते हुए ADG जोन आलोक सिंह ने खुद मामले की मॉनिटरिंग की। उन्होंने एक विशेष टीम बनाकर बच्चे के रेस्क्यू का जिम्मा सौंपा। टीम ने बेहद सतर्कता से बच्चे को बंधकों की गिरफ्त से सुरक्षित निकाल लिया।
यह घटनाएं तो सिर्फ ताजा उदाहरण है। आलोक सिंह का करियर ऐसे कई अभियानों से भरा रहा है। जो सीधे आतंकवाद, नक्सलवाद, अपराध माफिया और हाई-रिस्क ऑपरेशन से जुड़े हैं।
कल्याण सिंह सरकार के दौरान सहारनपुर में खालिस्तानी आतंकियों की खतरनाक गतिविधियों से जनता खौफजदा थी। जिसके खात्मे का क्रेडिट भी IPS आलोक सिंह को जाता है। उन्हें सरसावा एयर फोर्स स्टेशन के पास बड़े ऑपरेशन की कमान दी गई। IPS आलोक सिंह के नेतृत्व में चला यह ऑपरेशन सफल रहा। आज भी पुलिस महकमे में उनका ये ऑपरेशन बेहतरीन काउंटर-टेरर ऑपरेशन्स में से एक माना जाता है।
सोनभद्र में नक्सलवाद की जड़ें गहरी थीं। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री ने जब इस मिशन को अंजाम देने के सोनभद्र SP के लिए एक खास अधिकारी की तलाश थी, तो चुनाव हुआ आलोक सिंह का। उन्होंने टीम बनाकर नक्सली नेटवर्क को जमीनी स्तर पर ध्वस्त किया, जिससे पूरे क्षेत्र में नक्सल गतिविधियां लगभग समाप्त हो गईं।
कानपुर में SSP रहते हुए उन्होंने उस खतरनाक बावड़ियों गैंग का सफाया किया। जो पूरे प्रदेश के लिए चुनौती बना हुआ था।
नोएडा का जब पहली बार कमिश्नरेट बना, तब एक बार फिर IPS आलोक सिंह को बड़ी चुनौती संभालने की जिम्मेदारी मिली। IT हब और बहुजातीय महानगरीय शहर की चुनौतियों के बीच उन्होंने तकनीक आधारित पुलिसिंग, फास्ट रिस्पॉन्स सिस्टम, महिलाओं की सुरक्षा और साइबर क्राइम सेल को मजबूत किया।