कानपुर

जैश की महिला विंग हेड डॉक्टर शाहीन का स्लीपर सेल: 19 से अधिक महिलाओं के मोबाइल नंबर मिले, अब स्विच ऑफ  

Jaish women wing head Dr Shaheen sleeper cell दिल्ली विस्फोट में डॉक्टर शाहीन सईद के खिलाफ हो रही जांच में बड़े खुलासे हो रहे हैं। डॉक्टर शाहीन सईद जैश की महिला विंग 'जमात उल मोमीनात' की इंडिया हेड है, ‌जो 'शाहीन इज्तिमा' धार्मिक कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं का ब्रेन वॉश कर रही थी।

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Nov 18, 2025
फोटो सोर्स- कानपुर मेडिकल कॉलेज

Jaish women wing head Dr Shaheen sleeper cell दिल्ली विस्फोट के बाद गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन की महिला विंग का खुलासा हुआ है। जिसमें 19 से ज्यादा महिलाओं के मोबाइल नंबर मिले हैं और यह सभी मोबाइल नंबर स्विच ऑफ जा रहे हैं जो कानपुर और उसके आसपास के क्षेत्र के हैं। जिन्हें डॉक्टर शाहीन ने ब्रेन-वास करके धार्मिक कट्टरता का पाठ पढ़ाया। अब जांच एजेंसी आखरी लोकेशन के आधार पर इन महिलाओं को खोज निकालने में लगी है। डॉक्टर शाहीन सईद जैश की महिला विंग 'जमात उल मोमीनात' की इंडिया हेड बनाई गई थी। ‌जिसको टारगेट दिया गया था कि भारत में महिलाओं को आतंकी ग्रुप से जोड़ा जाए। जांच एजेंसी को अब तक महिला आतंकी शाहीन की महिला विंग से 19 महिलाओं के मोबाइल नंबर मिले हैं। जो शाहीन इज्तिमा नाम से धार्मिक आयोजन करके महिलाओं का ब्रेन वास करके आतंकी महिला विंग ग्रुप से जोड़ रही थी।

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डॉ. शाहीन जैश की महिला विंग जमात उल मोमीनात की हेड 

दिल्ली विस्फोट के बाद उत्तर प्रदेश के कानपुर, फतेहपुर और उन्नाव जिले जांच एजेंसियों के रडार में हैं, जहां पर डॉक्टर शाहीन जैश की महिला विंग, जमात उल मोमीनात के लिए महिलाओं को तैयार कर रही थी। जांच एजेंसी की जांच में खुलासा हुआ है कि जांच में जो मोबाइल नंबर मिले हैं, वे सभी बंद चल रहे हैं। इन मोबाइल नंबर की अंतिम लोकेशन उन्नाव, कन्नौज और फतेहपुर की आ रही है, जहां स्लीपर सेल की तरह देश विरोधी गतिविधियों के लिए महिलाओं को तैयार किया जा रहा था।

सीसीटीवी फुटेज मिले

कुछ महिलाओं के सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं। डॉक्टर शाहीन से मिली जानकारी के बाद छापेमारी की गई। संदिग्ध की तलाश की गई, लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। जांच एजेंसियों का मानदेय की पुरानी सिम की जगह अब नई सिम का इस्तेमाल किया जा रहा है। जांच एजेंसियों ने 10 नवंबर के बाद बेचे गए सिम की डिटेल मांगी है।

कानपुर से खरीदे गए सिम

जांच एजेंसियों को यह भी जानकारी मिली है कि दिल्ली विस्फोट में जिन सिम का प्रयोग किया गया था, वे कानपुर से जारी हुए हैं। दिल्ली विस्फोट के बाद कई मोबाइल बंद हो गए हैं। अब जांच एजेंसी बेस्ट ट्रांसफर स्टेशन (बीटीएस) का डाटा खंगाल रही है। एटीएस नंबरों की जांच के लिए कानपुर भी आ चुकी है। डॉक्टर उमर की कॉल डिटेल में कई संदिग्ध नंबर मिले हैं जो अब बंद हैं। बताया गया कि यह सिम बेकनगंज से खरीदे गए हैं।

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