कानपुर

अब कुत्तों को मिलेगी काटने की सजा: 10 दिन से उम्र कैद की सजा का प्रावधान, बनाया गया एबीसी सेंटर

Punishment for dog bites: कानपुर में आवारा पशुओं को नियंत्रित करने और उन्हें एबीसी सेंटर भेजने की तैयारी है।‌ एक या दो बार काटने वाले कुत्तों को चिन्हित किया जा रहा है। जिनके लिए सजा का निर्धारण अलग-अलग किया गया है।

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Dec 23, 2025
फोटो सोर्स- मेटा एआई

Punishment for dog bites कानपुर में आवारा कुत्तों की नकेल कसने के लिए पशुपालन विभाग ने योजना बनाई है। अब ऐसे कुत्तों को चिन्हित किया जा रहा है जो आम लोगों पर हमलावर हैं। वे उन्हें काटते हैं और बच्चों को भी नहीं छोड़ते हैं। ऐसे कुत्तों के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर बनाया गया है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आक्रामक कुत्तों को चिन्हित कर उनके व्यवहार के अनुसार सेंटर में रखा जाएगा। माइक्रोचिप लगाने की भी तैयारी है। आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट का भी आदेश आ चुका है।

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आवारा कुत्तों की नसबंदी

उत्तर प्रदेश के कानपुर में आवारा कुत्तों को नियंत्रित करने के लिए पशुपालन विभाग ने एक नई योजना बनाई है, जिसके अंतर्गत आवारा कुत्तों की जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए नसबंदी करने की योजना है। इन कुत्तों के लिए एबीसी सेंटर बनाया गया है। ऐसे कुत्तों को चिन्हित किया जा रहा है जो आम लोगों को एक या उससे अधिक बार काट चुके हैं।

आवारा कुत्तों के काटने से जान को खतरा

आवारा कुत्ते इस समय चर्चा में बने हुए हैं। झुंड के झुंड ये आवारा कुत्ते राह चलते लोगों पर हमला कर देते हैं। कई बार यह जानलेवा भी हो चुका है। फतेहपुर में एक कुत्ते ने चार वर्षीय बालक पर हमला बोल दिया था। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बागपत के सबीरा गांव में आवारा कुत्तों के हमले से 7 वर्षीय अनीशा पुत्री जमालुद्दीन गंभीर रूप से घायल हो गई। कुत्तों ने उसके चेहरे को नोच खाया। जिसे पिलाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर ने उसकी हालत गंभीर बताई है। इस प्रकार की कई अन्य घटनाएं भी हो चुकी हैं।

क्या कहते हैं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी?

जिसको देखते हुए पशुपालन विभाग ने आवारा कुत्तों को लेकर योजना बनाई है। ऐसे कुत्तों को चिन्हित किया जा रहा है। इस संबंध में चीफ वेटरिनरी ऑफीसर डॉक्टर आरके निरंजन ने बताया कि नगर निगम की टीम काम कर रही है, आवारा कुत्तों की नसबंदी की जा रही है, शासन के निर्देशों के अनुसार कार्य किया जा रहा है।

10 दिन या हमेशा के लिए रखा जा सकता है

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ऐसे कुत्ते जो लोगों पर हमलावर होते हैं और एक या दो बार काट चुके हैं, उन्हें एबीसी केंद्र यानी एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में रखा जाएगा। जिन कुत्तों ने एक बार लोगों को काटा है, उन्हें 10 दिनों के लिए एबीसी सेंटर में भेजा जाएगा। जिन्होंने दो या उससे अधिक बार काटा है, उन्हें हमेशा के लिए एबीसी सेंटर में रखा जाएगा। अब तक कुल 4 से 5 कुत्ते एबीसी सेंटर पहुंच चुके हैं।

Updated on:
23 Dec 2025 07:47 am
Published on:
23 Dec 2025 07:40 am
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