करौली जिले में हो रही लगातार बारिश और बांधों से पानी की बढ़ती निकासी को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। कोटा बैराज से चंबल नदी में पानी छोड़ने के कारण जल स्तर बढ़ रहा है।
करौली। जिले में हो रही लगातार बारिश और बांधों से पानी की बढ़ती निकासी को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। कोटा बैराज से चंबल नदी में पानी छोड़ने के कारण जल स्तर बढ़ रहा है। चंबल का जलस्तर 163.29 मीटर पर पहुंच गया है। तो वहीं जिले के सबसे बड़े पांचना बांध से भी जलस्तर नियंत्रित करने के लिए दो गेट खोलकर 27 सौ क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।
फिलहाल बांध का जलस्तर 258.10 मीटर पर बना हुआ है, जबकि इसकी अधिकतम भराव क्षमता 258.62 मीटर है। जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता सुशील कुमार गुप्ता ने बताया कि विभाग की निगरानी टीम बांध की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
इधर, मंडरायल-करणपुर क्षेत्र में चंबल नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के चलते तटीय गांवों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। कोटा बैराज और नोनेरा बांध से जल निकासी के कारण चंबल नदी में पानी की आवक लगातार बनी हुई है। वर्तमान में चंबल नदी का जलस्तर 163.290 मीटर दर्ज किया गया है, जबकि खतरे का निशान 165 मीटर है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए करौली कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने सोमवार को तटीय गांवों का दौरा कर अधिकारियों को सतर्कता बरतने और राहत कार्यों के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए थे। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे नदी के निचले इलाकों की ओर न जाएं और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।