ट्रेनों की रफ्तार पर रहा ब्रेक, वाहनों के भी थमे रहे पहिये, शीतलहर की चपेट में संपूर्ण जिला, अलाव का दिखा अभाव, फसलों में पाले का प्रकोश उत्तरी हवाओं ने कंपाया, जन-जीवन रहा अस्त-व्यस्त, स्कूलों में उठी शीतकालीन छुट्टी की मांग
कटनी. शहर व संपूर्ण जिले में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। बीते दो दिनों से आसमान में बादल छाए रहने के कारण ठंड का असर कुछ कम हुआ था, लेकिन सुबह-शाम ठिठुरन बनी हुई थी। जैसे ही रविवार सुबह बादल छटे तो कोहरे का टॉर्चर दिखा। धरती से लेकर अंबर तक कोहरा ही कोहरा नजर आया और शहर सुबह 10 बजे तक कोहरे की चादर तले ढंका नजर आया। कोहरा व शीतलहर इतनी भयंकर की थी हर कोई कांपता नजर आया।
मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार चंद्रवंशी के अनुसार हिमालय में हो रही बर्फबारी, उत्तर-पूर्वी हवा के कारण कोहरा लगातार बढ़ रहा है। दिन का तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस तो रात का सबसे कम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन और रात का तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री नीचे आ गया है। मौसम विभाग ने लगातार कोहरा होने की आशंका जताई है।
जब लोग घरों से बाहर निकले तो पूरा शहर घने कोहरे की आगोश में ढका हुआ दिखाई दिया। सुबह के समय दृश्यता घटकर 5 से 8 मीटर से भी कम हो गई थी। सूर्योदय के साथ कोहरा कम होने की बजाय और घना होता चला गया। सुबह से लेकर करीब 10 बजे तक पूरे शहर में कोहरा छाया रहा। घने कोहरे के कारण आमजन को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सडक़ों पर वाहन चालकों को लाइट जलाकर चलना पड़ा, वहीं रेल यातायात पर भी इसका असर देखने को मिला। ट्रेनों की रफ्तार धीमी रही, जिससे यात्रियों को असुविधा हुई।
कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार भी असर देखा गया। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से कटनी पहुंची और फिर धीरे-धीरे गंतव्य के लिए रवाना हुईं। जानकारी के अनुसार ट्रेन क्रमांक 18206 ढाई घंटे लेट, ट्रेन क्रमांक 11038 साढ़े तीन घंटे देरी से पहुंची। इसी प्रकार ट्रेन क्रमांक 15205 5 घंटे देरी से आई, ट्रेन क्रमांक 11062 डेढ़ घंटे लेट, 12190 आठ घंटे लेट पहुंची।
शहर व आसपास के इलाके में कोहरा इतना भयंकर था कि लोग 10 से 15 मिनट प्रतिघंटे की रफ्तार से वाहन चलाते दिखे। हादसा होने की डर से लोगों ने आराम से ही चलने में भलाई समझी। बसों के पहिये भी थमे रहे, जिसके कारण लोग अपने गंतव्य पर समय से नहीं पहुंच सके। ट्रक, मालवाहक वाहन भी सडक़ों कि किनारे इंटीगेटर जलाकर मौसम के साफ होने का इंतजार करते रहे।
मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि हिमालय क्षेत्र में हो रही बर्फबारी और उत्तर दिशा से चल रही सर्द हवाओं के चलते शीतलहर का प्रभाव बढ़ गया है। इसके कारण ठंड में और इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है। आने वाले दिनों में सुबह-शाम कोहरे और ठंड का असर बना रह सकता है।
तापमान तेजी से गिरा है। 5 डिग्री के नीचे तापमान आ गया है, यह कंपाने वाली ठंड है। ऐसे मौसम में बच्चों व बुजुर्गों की देखभाल बहुत आवश्यक है। अभिभावकों ने जिला प्रशासन व शासन-प्रशासन से जिले में बढ़ती शीतलहर को देखते हुए अवकाश घोषित करने की मांग उठा रहे हैं। स्कूलों का समय भले ही नौ बजे कर दिया गया है, लेकिन बच्चे सुबह 8 बज से भीषण ठंड में निकलते हैं, ऐसे में यह मौसम उनपर प्रतिकूल असर डालेगा।