कटनी

गांव से बच्चे को जबड़े में दबोचकर ले गया तेंदुआ, जंगल में मिला शव, मजदूरी से लौटे माता-पिता हुए बदहवास

विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम घुन्नौर की घटना, परिजनों में मातम, ग्रामीणों में आक्रोश परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा और आर्थिक सहायता की मांग की

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Dec 31, 2025
Leopard attack in katni

कटनी/विजयराघवगढ़. तहसील विजयराघवगढ़ अंतर्गत ग्राम घुनौर में मंगलवार को तेंदुए के हमले से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। गांव के 10 वर्षीय बालक को तेंदुए ने अचानक उठाकर अपने जबड़े में दबोच लिया और जंगल की ओर ले गया। बालक की चीख सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक तेंदुआ ओझल हो गया। बच्चे की तलाश शुरू हुई तो कुछ देर बाद उसका शव झाडिय़ों में मिला।
जानकारी के अनुसार राज कोल पिता देशराज कोल (10) निवासी घुन्नौर तहसील विजयराघवगढ़ बहनों के साथ घर पर था। दोपहर 12.30 बजे के गांव के समीप ही बहनों के साथ लकड़ी बीन रहे रहा था, तभी एक झाडिय़ों के बीच से तेंदुआ आया और बच्चे पर हमला कर जबड़े में फंसाकर भाग गया। हालांकि ग्रामीणों का कहना कि तेंदुआ ने गांव के पास हमला किया है। सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने तलाश शुरू की। मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची और सर्चिंग चालू की, डेढ़ घंटे बाद गांव के समीप जंगल में बच्चे का शव बरामद हुआ। शव देखते ही परिजन व ग्रामीण बिलख पड़े। पुलिस व वन विभाग की टीम ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ भेजकर पीएम कराते हुए परिजनों को सौंप दिया गया है। इधर, वनविभाग के अफसरों का कहना है कि तेंदूए के मूवमेंट का पता नहीं चला है। इसके लिए ट्रैपिंग जाल लगा कर पकडऩे का प्रयास किया जाएगा।

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दो बहनों के बीच अकेला था भाई

ग्रामवासियों के अनुसार मृतक के माता-पिता देशराज कोल व पार्वती कोल मजदूरी के लिए भोपाल गए हुए थे। मृतक राज अपने दादा-दादी के पास रहता था और दो बहनों (8 वर्ष और 13 वर्ष) के बीच अकेला भाई था। फिलहाल माता-पिता को घटना की जानकारी दे दी गई है और वे भोपाल में मजदूरी करते हैं और अब कटनी के लिए रवाना हो चुके हैं।

Leopard (Photo- Patrika)

परिजनों को दी गई तात्कालिक सहायता

वन परिक्षेत्र अधिकारी ओमप्रकाश भलावी ने बताया कि मृतक के परिवार को 25 हजार की तात्कालिक सहायता राशि दी गई है। इसके अतिरिक्त जिले के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा 7 लाख 75 हजार रुपए का चेक दिया जाएगा, जिससे कुल 8 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। वन विभाग ने कहा कि क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है और लोगों को सजग रहने की जानकारी दी गई है। तेंदुए को पकडऩे के लिए अभियान चलाया जा रहा है और जल्द ही उसे बफर जोन में छोड़ा जाएगा।

गांव में छाया मातम

ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग रखी है कि तेंदुए को जल्द पकडक़र सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता एवं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। फिलहाल गांव में भय का माहौल है और लोग बच्चों को घरों से बाहर निकलने से रोक रहे हैं। बच्चे की मौत से पूरे गांव में मातम का माहौल है।

Child dies in leopard attack in Vijayraghavgarh in Katni- फाइल फोटो-पत्रिका

मदद के लिए पहल

विधायक संजय पाठक ने तत्काल फोन पर जनपद पंचायत उपाध्यक्ष उदयराज सिंह, मंडल अध्यक्ष विवेक सिंह से बात करते हुए घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए एवं आदिवासी बालक राज कोल की दुखद घटना में हुए निधन पर शोक व्यक्त किया और अपने संदेश में कहा कि बालक की तो हम वापस नहीं ला सकते पर पर दुखी परिवार की शासन से हर तरह से मदद कराई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने डीएफओ गौरव शर्मा से बात कर परिवार की मदद एवं विजयराघवगढ़ विधानसभा का बहुत बड़ा हिस्से में वन्य जीवों की सक्रियता को देखते हुए तत्काल रूप से वन्य जीवों एवं मानव के बीच टकराव को रोकने के लिए फॉरेस्ट गार्ड, बीट गार्ड की पैट्रोलिंग बढ़ाने का आग्रह किया जिससे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।

सांसद ने जताया शोक, हर संभव मदद का दिया भरोसा

तेंदुए के हमले से 10 वर्षीय बालक राज पिता दशरथ की हुई दर्दनाक मृत्यु पर सांसद वीडी शर्मा ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए हर संभव सहायता उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया है। सांसद शर्मा ने इस घटना को अत्यंत स्तब्ध करने वाला बताते हुए कहा कि पीड़ित परिवार को शीघ्र आर्थिक सहायता दिलाने के लिए जिला प्रशासन एवं वन विभाग को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। साथ ही क्षेत्र में सक्रिय वन्य जीव को पकड़ने के लिए संबंधित उच्चाधिकारियों से भी समन्वय कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए वन क्षेत्रों के समीप निवास करने वाले नागरिकों से सतर्क रहने, विशेषकर बच्चों की सुरक्षा को लेकर सावधानी बरतने तथा किसी भी वन्यजीव गतिविधि की तुरंत सूचना वन विभाग अथवा प्रशासन को देने की अपील की है।

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Published on:
31 Dec 2025 09:39 am
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