कटनी

इमलिया के बाद अब कटनी सेलारपुर की जमीन उगलेगी ‘सोना’

New gold mine found in Katni

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Jan 17, 2025
आचार संहिता हटने के बाद राजस्थान सरकार तय कर देगी कि बांसवाड़ा में कौन सी कंपनी सोने का खनन करेगी।

जीएसआई के सर्वे में 300 हेक्टेयर जमीन की गई है चिन्हित, बेसमेटल खनन के लिए पट्टा देने के लिए प्रक्रिया अपनाएगा विभाग, प्रारंभिक सर्वे में बेहतर गुणवत्ता का गोल्ड अयस्क मिलने पर शुरू की जा रही है पहल, जिले में छिपा है बेसकीमती धातुओं का खजाना

कटनी. जिले की रत्नगर्भा अपनी गोद में अमूल्य खजाना संजोये हुए है। बेसकीमती बॉक्साइड, ऑयरनओर, मैग्नीज सहित बेसकीमती धातुओं के बाद अब जिले की धरती सोना भी उगलेगी। स्लीमनाबाद क्षेत्र के इमलिया में 3.4 टन से अधिक हुई सोना की खोज के बाद अब बहोरीबंद क्षेत्र के सेलारपुर नवलिया गांव में भी बड़ी तादाद में सोना निकलने की अपार संभावनाएं बन गई हैं। यहां पर सोना पाए जाने का सर्वे जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) ने किया है।
सेलारपुर नवलिया में बेसमेटल गोल्ड का ब्लॉक तैयार हो रहा है। यहां पर विभाग द्वारा 300 हेक्टेयर जमीन चिन्हित की गई है। प्रारंभिक सर्वे में सोना पाए जाने की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद यहां पर खनन के लिए नीलामी प्रक्रिया अपनाने कवायद शुरू हो गई है। आगामी कार्ययोजना पर जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने आगामी कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है। जिले में बड़ी तादात में सोना सहित बेसकीमती धातुओं की खोज होने से जैसे ही खनन का काम शुरू होगा, बड़ा निवेश बढ़ेगा और विकास के बड़े द्वार खुलेंगे।

प्रारंभिक उपलब्धता मिलने पर बना प्रोजेक्ट
खनिज विभाग व जीएसआई के अधिकारी बताते हैं कि पूर्व में किए गए सर्वे में सोने की प्रारंभिक उपलब्धता मिलने के बाद राज्य शासन द्वारा खनन के लिए पट्टा दिए जाने के लिए आगामी कार्ययोजना प्रस्तावित की है। जिले में एक और सोने की खदान होने से विकास की प्रबल संभावनाएं बढ़ जाएंगी। विश्व पटल पर जिले का नाम होगा। बता दें कि जिले में सोना ही नहीं बल्कि वनेडियम, लीथियम, टाइटेनियम, कोबाल्ट, ग्रेमियम व प्लेटिनम धातु की खोज हो चुकी है, इनकी खोज यहां पर 1995 से चल रही थी। अब लगभग एक साल के अंदर जीएसआई खनन की प्रक्रिया शुरू करेगा।

सीएल-एमएल की हो रही कार्रवाई
जीएसआई व खनिज विभाग द्वारा जिले में दो प्रमुख खदानों के लिए खनिज ब्लॉकों का खनिज नीलाम नियम 2015 के अनुसार सीएल/एमएल के लिए निवर्तन किए जाने की कार्रवाई शासन द्वारा की जा रही है। इसमें मुख्य रूप से सेलारपुर-नवलिया तहसील बहोरीबंद का बेसमेटल ब्लॉक 300 हेक्टेयर में व पड़वार में आयरन व मैंगनीज ब्लॉक के लिए 350 हेक्टेयर रकवा चिन्हित किया गया है। इस संबंध में वन विभाग को भी पत्र क्रमांक 1103 जारी कर सूचना भेजी गई है। स्थल जांच प्रतिवेदन चाहा गया है।

वर्जन
कटनी जिले में पूर्व से स्लीमनाबाद इमलिया में सोने की खदान स्वीकृत है। खनन के लिए ऑक्सन की प्रक्रिया चल रही है। बहोरीबंद के सेलारपुर नवलिया में भी प्रारंभिक सर्वे में बेसमेटल की अपार संभावनाएं मिली हैं। अब यहां पर 300 हेक्टेयर का खनन पट्टा दिए जाने के लिए कार्ययोजना प्रस्तावित की गई है।
केपी दिनकर, डीजीएम जीएसआई।

Published on:
17 Jan 2025 09:08 am
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