CG Picnic Spot: पिकनिक स्थलों में लोगों की भीड़ बढ़ गई है। जिले के सभी पिकनिक स्पॉट हते के सातों दिन गुलजार नजर आ रहे हैं। अधिकांश पिकनिक स्थलों में चारों ओर जितनी सुंदरता रहती है, उतने ही खतरे भी होते हैं।
CG Picnic Spot: ठंड के सीजन के चलते इन दिनों पिकनीक स्थलों में लोगों की भीड़ बढ़ गई है। जिले के सभी पिकनिक स्पॉट हते के सातों दिन गुलजार नजर आ रहे हैं। अधिकांश पिकनिक स्थलों में चारों ओर जितनी सुंदरता रहती है, उतने ही खतरे भी होते हैं। पिकनिक स्थलों में सुरक्षा के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं रहते। ऐसे में इन जगहों पर सावधान रहना ही सुरक्षित रहता है।
पिकनिक स्पॉट में जाएं जरूर, लेकिन संभलकर कदम उठाएं। पिकनिक स्पॉट रानीदहरा की चट्टान बाहर से चमकता हुआ दिखाई देता है, तो यह देखने वालों को बरबस ही अपनी ओर खींच लेता है। पानी की धार से तराशे गए इन चट्टानों में सूरज निकलने से लेकर सूरज के डूबने तक चमक ही नहीं होती, नुकीले और धारदार चट्टान कई स्थानों पर किसी को काटने, खरोंच पहुंचाने से लेकर उन्हें अपनी गुफानुमा जगहों में कैद करने की क्षमता भी रखती है। बेशक यह कबीरधाम जिले का पिकनिक स्पॉट ही है, जो बोड़ला ब्लॉक में है और अपनी खूबसूरती और मनोरम दृश्य के लिए सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है।
आसमान साफ होते ही तापमान गिरने लगा है और जिले में कड़ाके की ठण्ड पढ़ने लगी है। ऐसे में पिकनिक स्थलों में पर्यटक पहुंचने लगे हैं। इसके चलते पर्याटन स्थलों में भीड़ बढ़ने लगा है, लेकिन इन स्थलों में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। कबीरधाम जिला में एक नहीं, अनेक ऐसे पिकनीक स्पाट और पर्यटन स्थल है, जो लोग दूर देर से पहुंचते हैं।
ठण्ड का मौसम यानि पर्यटन और सैर सपाटे का मौसम। इस मौसम में मनोरम दृश्य हमें मजबूर करते हैं कि हम भी मस्ती और मनोरंजन के लिए परिवार और दोस्तों के साथ इन जगहों में जाएं। चूल्हा बनाकर आग जलाएं, पसंद का खाना बनाए और आसपास के खूबसूरत सा नजारों को देखकर हमेशा के लिए अपनी यादगार तस्वीर कैमरों में कैद करें। मस्ती और मनोरंजन की यह वाहिश यादगार लहों में तब तक कैद होती है, जब तक हम ऐसे स्थानों पर सुरक्षित जाए और सुरक्षित लौट आए, वर्ना जरा सी असावधानी और लापरवाही हमें कभी न भूल पाने वाली वह गम दे जाती है, जो किसी के मस्ती और मनोरंजन के समय बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। हादसों के वक्त डरना, सहमना लाजमी है और सूझबूझ के साथ कोई उपाय भी दिमाग में नहीं आ पाता। इस दिशा में सतर्क होना भी जरूरी है। ताकि किसी प्रकार के अनहोनी से बचा जा सके।
कोशिश करिए कि आपके बच्चे ऐसी जगहों में न जाए, इसके लिए सचेत रहें। ऐसी जगहों में कुछ सुरक्षा के इंतजाम व सावधानी और सतर्कता आपके खतरे को टालने में बहुत हद तक मददगार बन सकते हैं। सरोदा जलाशय, सुतियापाठ जलाशय, छीरपानी जलाशय सरोदादादर, सकरी नदी उद्गम स्थल दुरदुरी जैसे खूबसूरती के अनगिनत और दूर-दूर तक फैले सभी स्थलों तक शासन-प्रशासन किसी को तैनात कर पाए, यह भी संभव नहीं है।
आप जहां भी जाए तो आसपास के मनोरम दृश्य को देखे। शांत वातावरण में कलकल, झर-झर बहती पानी की आवाज तो उनकी तरंगों को सुने, बादलों के साथ नीले आसमानों की पानी में बनती तस्वीरों को देखे, चमकते चट्टानों को हीरे के चमक के रूप में दूर से देखे। दूर तक फैले रेत में नंगे पांव चले। गुनगुनी धूप का आंनद लें, लेकिन खतरा मोल न लें।