Kawardha News: करीब 20 से अधिक बैंकों में से बमुश्किल दो-तीन बैंकों के पास ही सीमित पार्किंग की व्यवस्था है। शेष बैंक अपनी पार्किंग की आवश्यकता पूरी करने के लिए सडक़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
CG News: कवर्धा जिले में संचालित करीब 20 से अधिक बैंकों में से बमुश्किल दो-तीन बैंकों के पास ही सीमित पार्किंग की व्यवस्था है। शेष बैंक अपनी पार्किंग की आवश्यकता पूरी करने के लिए सडक़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे न केवल बैंक उपभोक्ताओं को बल्कि आम नागरिकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नगर में बैंकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और प्रतिदिन करोड़ों रुपए का लेन देन हो रहा है लेकिन सुविधाओं के नाम पर स्थिति बेहद खराब है। बैंक उपभोक्ताओं को अपने वाहन खड़े करने के लिए जगह नहीं मिलती। कई बार बैंक में लाइन में लगने से ज्यादा परेशानी वाहन खड़ा करने और निकालने में होती है। नगर के अधिकांश बैंकों में पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह से उपेक्षित है।
कैश जमा, चेक, ड्राफ्ट, चालान सहित रोजमर्रा के जरूरी कार्यों के लिए बड़ी संख्या में उपभोक्ता बैंकों में पहुंचते हैं लेकिन बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सियां तक उपलब्ध नहीं होतीं। कई बार उपभोक्ताओं को सीढिय़ों पर बैठकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। पार्किंग को अनिवार्य सुविधा में शामिल किए जाने के (CG News) बावजूद बैंक प्रबंधन और जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
बैंकों के सामने इतनी संख्या में वाहन खड़े हो जाते हैं कि वे सडक़ तक फैल जाते हैं। इनमें उपभोक्ताओं के साथ-साथ बैंक कर्मचारियों के वाहन भी शामिल रहते हैं। इससे अन्य वाहन चालकों को आवागमन में भारी परेशानी होती है और कई बार ट्रैफि क जाम की स्थिति भी बन जाती है। दर्री पारा स्थित बैंक तथा बस स्टैंड के पास स्थित बैंकों के सामने यह समस्या रोजमर्रा की बन चुकी है जिससे दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है।
अधिकांश बैंकों के सामने वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है। माह के प्रारंभ में विशेषकर सोमवार से गुरुवार तक यह स्थिति और गंभीर हो जाती है। बैंक के मुख्य द्वार के सामने ही थोड़ी जगह खाली रहती है बाकी चारों ओर वाहन ही वाहन खड़े रहते हैं। इससे पैदल चलने वालों को भी निकलने में परेशानी होती है।
नगर में कहीं भी बैंक शाखा खोलने से पहले पार्किंग जैसी बुनियादी सुविधा पर ध्यान नहीं दिया जाता, जिसका सीधा खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा अनुमति दिए जाने के बावजूद पार्किंग और अन्य सुविधाओं की वास्तविक स्थिति पर ध्यान नहीं दिया जाता। प्रशासन और बैंक प्रबंधन की इस लापरवाही के कारण नगर की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है और आम लोगों को रोजाना परेशानी झेलनी पड़ रही है।