MP News: खंडवा में ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी जावर गांव की महिलाएं बकरी के दूध से साबुन बना रही हैं। बकरी के दूध से बना साबुन त्वचा के लिए फायदेमंद माना जाता है। विशेष रूप से संवेदनशील त्वचा के लिए।
MP News:खंडवा में ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी जावर गांव की महिलाएं बकरी के दूध से साबुन(Goat Milk Soap) बना रही हैं। इसके लिए उन्होंने तकनीकी प्रशिक्षण लिया और फिर उत्पादन शुरू किया। फिलहाल उत्पाद को अभी कोई नाम नहीं दिया गया है। कागजी कार्यवाही के बाद इसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर उतारने की तैयारी है। दरअसल, गांव की वंदना बरकने पहले खेतों में मजदूरी करती थीं। दो साल पहले मिशन से जुडीं। 15 अन्य महिलाओं के साथ राधा आजीविका स्व सहायता समूह बनाया।
एनआरएलएम ग्राम नोडल अधिकारी प्रियंका आर्य ने नवाचार का सुझाव दिया। इसके बाद महिलाओं ने बकरी के दूध से साबुन बनाने की पहल की। जबलपुर से आए विशेषज्ञ ने प्रशिक्षण दिया। जिला पंचायत सीईओ नागार्जुन बी. गौड़ा ने बताया, समूह को उचित प्लेटफॉर्म दिलाने के लिए प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है।
बकरी के दूध से बना साबुन(Goat Milk Soap) त्वचा के लिए फायदेमंद माना जाता है। विशेष रूप से संवेदनशील त्वचा के लिए। इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा को धीरे-धीरे एक्सफोलिएट करता है। दूध में पाए जाने वाले वसा और प्रोटीन त्वचा को नमी व पोषण प्रदान करते हैं। यह सौम्य क्लींजर के रूप में काम करता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और सूजन-रोधी गुण भी होते हैं।
महिलाएं लगभग 750 साबुन बना चुकी हैं। 100 ग्राम का साबुन 110 और 50 ग्राम का 55 रुपए में बेचा जा रहा है। सोशल मीडिया के जरिए प्रचार-प्रसार के बाद 60 सैंपल अमरीका भेजे हैं। गुना, धार, ओंकारेश्वर, भोपाल और खंडवा जैसे जिलों में मांग है।