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मध्यप्रदेश का 13वां नेशनल पार्क, सीएम मोहन यादव कल करेंगे सेंचुरी की घोषणा

MP News: मप्र के स्थापना दिवस एक नवंबर पर ओंकारेश्वर नेशनल पार्क की घोषणा होने जा रही है। इस नेशनल पार्क में नर्मदा के प्रहरी के रूप में मगरमच्छों की एंट्री हुई है।

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Oct 31, 2025
Madhya Pradesh 13th National Park (फोटो सोर्स : @DrMohanYadav51)

MP News:मप्र के स्थापना दिवस एक नवंबर पर ओंकारेश्वर नेशनल पार्क(National Park) की घोषणा होने जा रही है। इस नेशनल पार्क में नर्मदा के प्रहरी के रूप में मगरमच्छों की एंट्री हुई है। गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदानगर स्थित इंदिरा सागर बांध के बैक वाटर में छह मगरमच्छों की घर वापसी कराई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जनता के विकास के साथ वन्य जीवों के संरक्षण का कार्य भी कर रही है। कूनो में चीतों की आमद के बाद अब मां नर्मदा का वाहन मगरमच्छ भी नर्मदा के आंचल में संरक्षित किए जा रहे है।

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छह मगरमच्छों को छोड़ा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को मांधाता विधानसभा के नर्मदा नगर पहुंचे। यहां उन्होंने बैक वाटर में मां नर्मदा का पूजन किया। इसके बाद बैक वाटर में छह मगरमच्छों को छोड़ा गया। यह मगरमच्छ विभिन्न स्थानों से रेस्क्यू कर भोपाल में रखे गए थे, जिन्हें अब प्राकृतिक आवास दिया गया है। इसमें चार मादा और दो नर मगरमच्छ है।

MP News (फोटो सोर्स : @DrMohanYadav51)

मुख्यमंत्री ने कहा मप्र ने वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में देशभर में नई मिसालें कायम की हैं। चीतों का सफल पुनर्स्थापन हो चुका है, अब जल्द ही नौरादेही अभयारण्य में नामीबिया के चीते छोड़े जाएंगे। सीएम ने बताया जैसे धरती पर शेर और चीते वन्यजीवों के प्रतीक हैं, वैसे ही जल में मगरमच्छ और घडिय़ाल नदियों के प्रहरी हैं। मां नर्मदा को स्वच्छ रखने और जलीय तंत्र को मजबूत करने में ये मगरमच्छ अहम भूमिका निभाएंगे। मगरमच्छों को बैक वाटर में छोड़ने ढाई फीट लोहे की जाली लगाकर एक बाड़ा बनाया गया था, ताकि मगरमच्छ पलटकर न आए। छह पिंजरों में मगरमच्छ लाए गए। सीएम ने एक-एक कर पिंजरे खोले और लकड़ी ठकठका कर मगरमच्छों को पानी में भेजा गया। एक मगरमच्छ पिंजरे से निकलने के बाद जब आगे नहीं बढ़ा तो सीएम डॉ. यादव बाड़े की जाली फांदकर आगे आए और लकड़ी से मगरमच्छ को आगे बढ़ाया।

यहां किसी को कोई खतरा नहीं

नर्मदा बैक वाटर में छोड़े गए मगरमच्छों को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर सवाल उठाते हुए इसे मछली पकडऩे वालों के लिए खतरा बताया है। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि इसका विशेष ध्यान रखा गया है कि जहां मगरमच्छ छोड़े गए है, वहां किसी को कोई खतरा नहीं हो, वैसे भी यह जगह ओंकारेश्वर सेंचुरी में आ रही है, जिसके कारण लोगों की आवाजाही नहीं होगी। कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, जिलाध्यक्ष राजपालसिंह तोमर, विधायक नारायण पटेल, कंचन तनवे, छाया मोरे, जिपं अध्यक्ष पिंकी वानखेड़े, महापौर अमृता अमर यादव सहित अन्य मौजूद थे।

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Published on:
31 Oct 2025 01:54 pm
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