MP News- नवग्रह मेले की ऐतिहासिक भूमि पर कुछ लोगों ने मालिकाना हक का दावा कर कब्जा और पक्का निर्माण शुरू करने की कोशिश की। व्यापारी संघ के विरोध पर प्रशासन हरकत में आया।
Land Encroachment:खरगोन के कुंदा नदी के पास कलेक्टोरेट से लगी जिस 38.28 एकड़ भूमि को मई 1961 में तत्कालीन राज्यपाल ने गजट नोटिफिकेशन के जरिए नवग्रह मेले (Navgrah Mela) के लिए अधिगृहित किया उस पर अब कुछ अतिक्रमणकारियों की नजर है। कुछ लोग यहां विशेष हिस्से में मालिकाना हक बताते हुए भूमि कब्जा कर पक्का निर्माण शुरु करने की तैयारी में है। इसकी भनक नवग्रह मेला व्यापारी संघ को लगी तो सदस्यों ने कलेक्टर के सामने अपनी बात रखी। मेले की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त रखने की मांग उठाई। (MP News)
मेला व्यापारी संघ के प्रतिनिधि मंडल में शामिल अध्यक्ष गणेश वर्मा, संरक्षक हरीश गोस्वामी आदि मंगलवार ने बताया निमाड़ वासियों की श्रद्धा और आस्था के केंद्र नवग्रह मंदिर के सामने प्रतिवर्ष एतिहासिक नवग्रह मेला लगता है। इस वर्ष कुछ लोगों द्वारा मेले की भूमि के कुछ भाग पर मालिकाना हक बताते हुए भूमि पर कब्जा कर पक्का निर्माण करने की तैयारी की है। इससे आने वाले समय में परंपरागत स्थान पर मेला लगना मुश्किल होगा। (MP News)
कलेक्टर ने बात सुनी और संबंधित विभागों को मेले की भूमि पर से तत्काल अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने यह भी आश्वस्त किया कि मेले की भूमि को चारों ओर बाउंड्रीवाल बनाकर हमेशा मेले के आयोजन के लिए सुरक्षित किया जाएगा। जापन सौंपते समय सचिव राजू सोनी, कोषाध्यक्ष राजेंद्र महाजन, पप्पू यादव, अजय विजय वर्मा, असद खान, इकबाल, मीडिया प्रभारी दीप जोशी ने मौजूद थे। (MP News)