Air Pollution: फैक्ट्रियों से बेकाबू उठते जहरीले धुएं ने रहवासी इलाकों में घुटन जैसी स्थिति बना दी है। रात में कोहरे जैसी परत छा जाती है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
MP News:खरगोन के निमरानी औद्योगिक क्षेत्र (Nimarani Industrial Area) में लगातार बढ़ते जहरीले धुएं (Toxic Smoke) ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। रात होते ही सड़क पर छाए घने कोहरे जैसा नज़ारा दिख रहा है। यह रहवासी इलाकों तक पहुंचकर गंभीर स्वास्थ्य खतरा पैदा कर रहा है। चिंताजनक बात यह है कि जिम्मेदार अधिकारी इस स्थिति पर आंखें बंद कर बैठे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र की कई कंपनियां धुएं और गैस उत्सर्जन को लेकर किसी भी तरह के मानकों का पालन नहीं कर रही हैं। कभी किसी एक फैक्ट्री से तो कभी दूसरी से उठता धुआं पूरे औद्योगिक क्षेत्र को ज़हरीली चादर में ढंक देता है। मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर से गुजरने वालों को घने प्रदूषण (air pollution) के कारण दृश्यता तक प्रभावित होती है। दूर से यह धुंध जैसा दिखता है, लेकिन पास आते ही सांस लेना मुश्किल हो जाता है।
हाल ही में टाइटेनियम कंपनी में मशीनों के पार्ट्स खराब होने के बावजूद काम जारी रखने से भारी मात्रा में जहरीला धुआं उठा, वहीं खुले में रखे केमिकल इमों ने स्थिति को और खतरनाक बना दिया। कुछ ही दिनों बाद माधव कोल्ड स्टोरेज में भी पार्ट्स खराब होने से गैस रिसाव हुआ। इससे आसपास रहने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अब ताजा मामला कोरोमंडल कंपनी का है, जहां से उठता धुआं सड़क तक फैल गया और पूरा इलाका धुंध जैसा दिखाई देने लगा। साथ ही खेतान कंपनी से भी अत्यधिक मात्रा में धुआं उठता देखा गया।
लोगों ने पूर्व में भी इन कंपनियों के खिलाफ शिकायतें की थीं। इसके बाद कुछ समय तक प्रदूषण पर नियंत्रण दिखा, अब फिर वही लापरवाही दिख रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते सत कदम नहीं उठाए तो यह प्रदूषण किसी बड़े हादसे व गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकता है। फिलहाल, जनता मजबूरी में हर दिन इस जहरीले धुएं को झेलने को विवश है।
समय-समय पर या शिकायत प्राप्त होने पर हमारे द्वारा संबंधित कंपनियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाती है। इस तरह की समस्या है तो जांच करेंगे।- अंकित बघेल, सहायक यंत्री, प्रदूषण नियंत्रण विभाग इंदौर