CG News: शासन-प्रशासन शिक्षा की नींव मजबूत करने की बात तो कहते हुए करोड़ों की राशि खर्च करता है, लेकिन यहां पालक अपने संरक्षण में रखकर पढ़ाने का जिम्मा ले रहा है।
CG News: आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कोई सरकारी स्कूल में आखिर कैसे पालकों ने अपने शिक्षक को नियुक्त कर रखा है, और वे ही कलेक्शन कर उक्त शिक्षक को मानदेय अपने से देते आ रहे है। हम बात कर रहे हैं आदिम जाति एवं अनु.जाति विकास विभाग के द्वारा संचालित शा. बालक आश्रम क्षमतापुर (छिनारी) की जहां कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चे यहां रहकर अध्यनरत है।
CG News: जानकारी के मुताबिक इस आश्रम स्कूल में 105 बच्चे है और इसके लिए यहां दो शिक्षक तैनात है, लेकिन पढ़ाई में हो रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए व पालकों ने अपने बच्चों की शिक्षा की नींव में सुधार करने के लिए एक टीचर को नियुक्त कर रखा है। (chhattisgarh news) आपको बता दें कि, शासन-प्रशासन शिक्षा की नींव मजबूत करने की बात तो कहते हुए करोड़ों की राशि खर्च करता है, लेकिन यहां पालक अपने संरक्षण में रखकर पढ़ाने का जिम्मा ले रहा है।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में यह स्थिति अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर संबद्ध जिले में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय की है। महाविद्यालय में स्नातक स्तर के बीएससी गणित, बीए व बी. कॉम संकाय के पाठॺक्रम संचालित हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…