Cyclone Montha: बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान मोंथा अब छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक मोंथा के असर की संभावना जताई है।
Cyclone Montha: बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान मोंथा का असर कोरबा जिले में भी देखा जा रहा है। दिनभर आसमान में हल्की बदली छाई रही। कोरबा सहित कुछ उप नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौसम विभाग के अनुसार दो दिन तक मोंथा का असर और बने रहने की संभावना है।
चक्रवाती तूफान के कारण मंगलवार को दिनभर आसमान में बदली छाई रही। कई इलाके में हल्की बूंदाबांदी हुई। इससे तापमान में आंशिक बढ़ोतरी हुई है। बदली की वजह से गुलाबी ठंड कुछ घंटों के लिए छंट गया है। हालांकि अभी जिले में इतनी बारिश नहीं हुई है कि इसका असर फसलों पर पड़ सके। लेकिन आने वाले दो दिनों में यदि बारिश तेज होती है तो इससे धान की फसल को नुकसान होने की संभावना है।
कोरबा जिले में 91 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों ने धान की फसल लगाई है, जो फसल पककर तैयार होने लगी है। कटघोरा और रामपुर के कुछ हिस्सों में धान की फसल की कटाई भी शुरू हो गई है। बंगाल की खाड़ी में उठा समुद्री तूफान मोंथा किसानों के चिंता के लिए कारण बना हुआ है। किसानों का कहना है कि बारिश हुई तो इससे फसल की क्षति होगी।
Cyclone Montha: इधर मौसम विभाग ने मोंथा तूफान शांत होने के बाद शुक्रवार से मौसम साफ होने का अनुमान लगाया है। तूफान के कारण मौसम में बदलाव होगा और तापमान में गिरावट आई। इससे अचानक से ठंड बढ़ने का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यनूतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है। यह सोमवार की अपेक्षा अधिक है।