Elephant Attack: कोरबा जिले में हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। करतला रेंज में 59 हाथी तीन झुंडों में घूम रहे हैं, जिन्होंने 9 गांवों के 54 किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
Elephant Attack: कोरबा जिले में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। वनमंडल कोरबा में घूम रहे 2 दंतैल हाथी गुरुवार रात धरमजयगढ़ वनमंडल लौट गए हैं। लेकिन अभी भी क्षेत्र में 59 हाथी 3 झुंड में घूम रहे हैं। हाथियों ने 9 गांवों के 54 किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। शाम होते ही हाथियों का समूह भोजन की तलाश में बंट जाता है। सभी हाथी अभी करतला रेंज में ही घूम रहे हैं। ग्राम कोटमेर में 8 हाथी है।
हाथियों ने यहां के 6 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है। हाथियों का यह झुंड रात के समय ही कोरबा रेंज से पहुंचा है। दूसरा झुंड नोनदरहा में घूम रहा है। इनकी संया 20 है। हाथियों ने नोनदरहा के साथ ही जोगीपाली और बोतली के 9 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है। कोटमेर में दूसरा झुंड 30 हाथियों का है। यहां कोटमेर, पीड़िया, बड़मार, टेंगनमार और सुईयानारा के 39 किसानों की फसल को चौपट कर दिया। सुबह ग्रामीण जब खेत पहुंचे तो इसका पता चला।
Elephant Attack: वन विभाग का कहना है कि हाथी गांव के आसपास नहीं जा रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण झुंड में 17 बच्चों का होना है। फसल क्षति का आकंलन किया जा रहा है। इसके बाद मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा। जंगल के बीच खेतों में धान की फसल होने से भोजन के लिए बाहर नहीं निकल रहे हैं। कोरबा वन मंडल के करतला रेंज में हाथी दो झुंड में घूम रहे हैं।