SIR 2025: निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कोरबा जिले में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) शुरू हो गया है।
SIR 2025: कोरबा में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) शुरू हो गया है। हालांकि पहले दिन अधिकांश बीएलओ के पास गणना पत्रक नहीं पहुंचा, इस कारण बीएलओ डोर टू डोर सर्वे का काम शुरू नहीं कर सके। लेकिन इसी हफ्ते सभी बीएलओ तक आयोग की ओर से गणना पत्रक को पहुंचा दिया जाएगा, इसके बाद एसआईआर के लिए डोर टू डोर सर्वे शुरू हो जाएगा।
मंगलवार को कोरबा जिले में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके तहत विधानसभा क्षेत्र कोरबा के एक से 121 बूथों के बीएलओ को बुलाकर गणना पत्रक सौंपा गया। 122 से लेकर 246 तक के बूथों का गणना पत्रक उनके बीएलओ तक नहीं पहुंचा। इसके पीछे की वजह गणना पत्रक के प्रिंटिंग कार्य में देरी को बताया गया है। यही हाल कटघोरा विधानसभा क्षेत्र का भी रहा। इस क्षेत्र में बूथ क्रमांक 1 से लेकर 51 तक के बीएलओ को कटघोरा बुलाकर गणना पत्रक प्रदान किया गया।
विधानसभा क्षेत्र पाली-तानाखार और रामपुर में भी सभी बूथों के बीएलओ तक गणना पत्रक नहीं पहुंचा है, इसके कारण सभी मतदान केंद्रों पर मंगलवार को एक साथ डोर टू डोर सर्वे का काम शुरू नहीं हो सका। इस मसले को लेकर पत्रिका ने कोरबा और कटघोरा के कई बीएलओ से चर्चा की। उन्होंने भी इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि आयोग ने जल्द गणना पत्रक उपलब्ध कराने की बात कही है। इसके बाद यह कार्य शुरू होगा।
एसआईआर की प्रक्रिया जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है इसकी विस्तृत जानकारी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि जिन लोगों के नाम 2003 और 2025 की मतदाता सूची में है उन्हें किसी तरह के दस्तावेज देने की जरूरत नहीं है। जिनके नाम 2003 में नहीं है लेकिन 2025 की मतदाता सूची में है उन्हें अपने माता-पिता के दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे। इसमें 12 दस्तावेजों को शामिल किया गया है। इनमें से किसी भी एक दस्तावेज को देकर वे गणना पत्रक के साथ फार्म भरकर अपने क्षेत्र के बीएलओ को दे सकते हैं।
चर्चा के दौरान कोरबा के एक बीएलओ ने पत्रिका को बताया कि एसआईआर को लेकर लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। लोगों को यह समझना होगा कि उनसे किस तरह के दस्तावेज मांगे जा रहे हैं ताकि वे निर्धारित अवधि में इन दस्तावेजों को गणना पत्रक के साथ जमा कर सकें।
बीएलओ ने कहा कि 2003 की मतदाता सूची में जिनके नाम शामिल नहीं हैं लेकिन 2025 की मतदाता सूची में नाम है उन्हें भी अपनी नागरिकता प्रमाणित करनी होगी। इस दायरे में घर-परिवार की वे बहू भी आएंगीं जिनका नाम पहले छत्तीसगढ़ के दूसरे जिले या दूसरे प्रदेशों में था। इन महिलाओं को भी अपने यहां से एसआईआर से संबंधित 12 में से एक दस्तावेज एकत्र कर रखना होगा ताकि वे बीएलओ को गणना पत्रक भरकर दस्तावेजों के साथ दे सके।
SIR 2025: आयोग की ओर से बताया गया है कि वर्ष 2025 की मतदाता सूची में कोरबा जिले की चारों विधानसभा सीटों की वोटर लिस्ट में 9 लाख 51 हजार 278 मतदाताओं के नाम शामिल हैं। इसमें 40 साल से अधिक उम्र के 4 लाख 6 हजार 811 वोटर हैं, बाकी मतदाता अलग-अलग उम्र के हैं।
मतदाता वेरिफिकेशन से पहले बीएलओ अपनी सुविधा के लिए गणना पत्रक को व्यवस्थित करने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि परिवार में दर्ज सभी मतदाताओं के नाम अलग-अलग मतगणना पत्रक दिए जाएंगे। इसके लिए पत्रक को व्यवस्थिति किया जा रहा है।
●केन्द्रीय, राज्य या पीएसयू के नियमित कर्मचारी, पेंशन भोगी को निर्गत कोई पहचान पत्र या पेंशन भुगतान आदेश (पी.पी.ओ.)
●सरकार, स्थानीय प्राधिकरण, बैंक, डाकघर, एलआईसी, पीएसयू द्वारा भारत में दिनांक एक जुलाई 1987 से पूर्व निर्गत किया गया कोई भी पहचान पत्र, प्रमाण पत्र, दस्तावेज।
●सक्षम प्राधिकार द्वारा निर्गत जन्म प्रमाण-पत्र।
●पासपोर्ट
●मान्यता प्राप्त बोर्ड, विश्वविद्यालयों द्वारा जारी मैट्रिकुलेशन, शैैक्षणिक प्रमाण- पत्र।
●सक्षम राज्य प्राधिकार द्वारा निर्गत स्थायी निवास प्रमाण-पत्र।
●वन अधिकार प्रमाण-पत्र।
●सक्षम प्राधिकार द्वारा निर्गत ओबीसी, एसटी, एसटी या कोई जाति प्रमाण-पत्र।
●राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (जहाँ यह उपलब्ध हो),
●राज्य स्थानीय प्राधिकार द्वारा तैयार किया गया पारिवारिक रजिस्टर।
●सरकार की कोई भी भूमि या मकान आवंटन प्रमाण-पत्र
●आधार: निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी निर्देश पत्र क्रमांक 23/2025 ईआरएस वैल्यू-2 दिनांक 9 सिंतबर 2025 के अनुसार लागू