Illegal coal mines collapsed: 4 दिन तक जब ग्रामीण घर नहीं लौटे तो परिजनों ने शुरु की खोजबीन, अवैध कोयला खदान के पास गए तो चप्पल व टिफिन देखकर दबने की हुई आशंका
मनेंद्रगढ़। मनेंद्रगढ़ में अवैध रूप से कोयला खोदते (Illegal coal mines collapsed) समय मिट्टी का बड़ा हिस्सा धसकने से दबकर 2 ग्रामीणों की मौत हो गई। मामला का पता 5 दिन बाद चला, जब दोनों अपने घर नहीं पहुंचे। परिजन खोजते हुए खदान के पास पहुंचे तो उनकी चप्पल वहां मिली। पास ही स्थित पेड़ पर उनके टिफिन वाले झोले टंगे मिले। अवैध खदान में दब जाने की आशंका पर रविवार को जेसीबी से खुदाई शुरु की गई। इसके बाद दोनों का शव बरामद किया गया। घटनास्थल पर रेस्क्यू टीम के साथ पुलिस पहुंची थी।
एमसीबी जिले के मनेंद्रगढ़ से लगभग 20 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत घुटरा स्थित धुनैटी नदी में कई वर्षों से अवैध कोयला निकाला (Illegal coal mines collapsed) जा रहा है।
25 मार्च की शाम करीब 4 बजे ग्राम फाटपानी निवासी इंद्रपाल अगरिया 50 वर्ष एवं राजेश अगरिया कोयला निकालने अवैध खदान में गए थे। कोयला निकालने के दौरान मिट्टी का बड़ा हिस्सा उनके ऊपर गिर (Illegal coal mines collapsed) गया और दब जाने से दोनों की मौत हो गई।
जब दोनों ग्रामीण चार दिन घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। पांचवे दिन अवैध खनन स्थल पर पंहुचे, तब चप्पल, टिफिन देखकर कोल खदान में दबने की बात सामने आई।
परिजनों ने शनिवार की रात में ही कोतवाली में सूचना दी। इसके बाद रविवार की सुबह से पुलिस की मौजूदगी में शव निकालने खुदाई (Illegal coal mines collapsed) शुरू किया गया। दोपहर में दोनों शव को बरामद कर लिया गया है।
क्षेत्र में सक्रिय कोल तस्करों (Illegal coal mines collapsed) द्वारा ग्रामीणों को चंद पैसों का झांसा दिया जाता है। रुपयों के लालच में आकर ग्रामीण अवैध व असुरक्षित खदानों से कोयला निकालते हैं। इन्हें बेचकर कोल तस्कर मोटी रकम कमा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोयला तस्करों का बड़े नेताओं से कनेक्शन है।