कोटा

Kota: JCB लेकर पहुंचे ऊर्जा मंत्री नागर, खड़े रहकर स्कूल की छत-तालाब के घाटों को गिराया, प्रशासन में हड़कंप

देवली क्षेत्र के आमली झाड़ गांव में स्कूल की छत और तालाब के घाटों पर चला पीला पंजा, मंत्री नागर ने कहा, विकास कार्यों में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, जारी रहेगी कार्रवाई

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Oct 17, 2025
घटिया निर्माण पर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर की मौजूदगी में जेसीबी चलाई गई। फोटो- पत्रिका

कोटा। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर शुक्रवार को फिर से देवली क्षेत्र के आमली झाड़ गांव पहुंचे। जहां उन्होंने खुद खड़े रहकर घटिया निर्माण कार्य पर जेसीबी चलवाकर तुड़वाया। मंत्री ने संदेश दिया कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा और घटिया निर्माण किया तो जेसीबी चलेगी।

ग्रामीणों के साथ जेसीबी लेकर पहुंचे मंत्री नागर ने पहले गांव के तालाब पर बनाए गए घाट और बाउंड्रीवाल को तुड़वाया। इसके बाद स्कूल की छत पर पहुंचे, जहां मशीन से छत को खुदवाना शुरू करवाया। इसके बाद पूरी छत को जमींदोज करने के निर्देश दिए। मंत्री नागर के निर्देश पर बाद में जेसीबी कार्रवाई के तहत स्कूल की छत को गिरा दिया गया। वहीं इस कार्रवाई से प्रशासन में हड़कंप मच गया।

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पहले भी कर चुके कार्रवाई

उल्लेखनीय है कि बुधवार को आधी में मंत्री नागर आमली झाड़ गांव पहुंचे थे। जहां ग्रामीणों ने स्कूल की छत में घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग के आरोप लगाए थे। अधिकारियों से बात करने पर घटिया निर्माण वाली छत को तुड़वाना बताया गया।

मंत्री नागर जब रात में ही ग्रामीणों के साथ स्कूल की छत पर पहुंचे तो वहां छत को बिना तोड़े ही आगे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था। ऐसे में मंत्री ने अधिकारियों को लताड़ लगाई। अब मंत्री शुक्रवार को फिर से गांव में पहुंचे और खुद की उपस्थिति में पीला पंजा चलवाया।

3.91 करोड़ से बन रहा दो मंजिला स्कूल भवन

आमली झाड़ में 3.91 करोड रुपए की लागत से स्कूल भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। इसमें 30 कमरों का दो मंजिला स्कूल भवन बनना है। ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों से छत में घटिया निर्माण की शिकायत की गई थी, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने ऊर्जा मंत्री से शिकायत की।

77 लाख रुपए की लागत से बने थे तालाब के घाट

नागर ने आमली झाड़ गांव में ही तालाब पर घटिया गुणवत्ता के निर्मित घाटों और चारदीवार को भी ध्वस्त करवाया। यहां अटल भूजल योजना के तहत 77 लाख रुपए की लागत से 31 मई 2025 को निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ था।

मानसून आने के कारण काम अधूरा रह गया। मंत्री नागर ने तालाब की पाल पर पैर से खुरचा तो सीमेंट की जगह डस्ट नजर आई। जो सामान्य पत्थर से ही आसानी से फूट रही थी। इसकी घटिया गुणवत्ता को देखकर मंत्री नागर खासे नाराज हुए थे।

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सरकार के पास विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। इस धन का सदुपयोग हो, इसकी मॉनिटरिंग करने का काम जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता और ग्रामीण स्वयं कर रहे हैं। घटिया निर्माण पर ठेका फर्म को ब्लैकलिस्टेड किया जा रहा है। संबंधित फर्म से ही राशि की वसूली होगी। घटिया निर्माण पर जेसीबी एक्शन आगे भी जारी रहेगा। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी से करवाई जाएगी।

  • हीरालाल नागर, ऊर्जा मंत्री

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