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Rajasthan: अब 160 KMPH की रफ्तार से दौडे़ंगी ट्रेनें, 2890.39 करोड़ की लागत से तैयार हुआ हाईस्पीड ट्रैक

Mission Raftaar: नागदा-कोटा-मथुरा वंदेभारत एक्सप्रेस के 20 कोच वाले रैक की कोटा मंडल में 9 अगस्त 2024 को 160 व 180 की स्पीड से ट्रॉयल किया गया।

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Aug 27, 2025
नागदा-कोटा-मथुरा मार्ग के स्टेशनों पर लगाए गए सुरक्षा उपकरण (फोटो: पत्रिका)

Indian Railway Good News: कोटा रेल मंडल में नागदा-कोटा-मथुरा रेलखंड में मिशन रफ्तार-160 किमी का काम पूरा हो गया है। अब रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के निरीक्षण करने के बाद अनुमति मिलते ही ट्रैक पर ट्रेनें 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ सकेंगी। इतनी तेज गति से ट्रेन संचालन करने के लिए ट्रैक के दोनों तरफ सेफ्टी वॉल तैयार की गई है। द्रुत गति से संचालन से ट्रैक पर अतिरिक्त ट्रेनों के संचालन के लिए समय मिल सकेगा। साथ ही अधिक रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव किया जा सकेगा।

फोटो: पत्रिका

कोटा रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ जैन ने बताया कि कोटा डीआरएम और गति शक्ति यूनिट के मुख्य परियोजना प्रबंधक के नेतृत्व में नई दिल्ली-मुबई रेलमार्ग पर मिशन रफ्तार 160 किमी प्रति घंटा प्रोजेक्ट के तहत मंडल के नागदा-कोटा-मथुरा खंड के मध्य 545 किमी के बीच पूरा हो गया है। प्रोजेक्ट के निरीक्षण के लिए रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) को प्रस्ताव भेजा गया है। सीआरएस के निरीक्षण और अनुमति के बाद ट्रैक पर तेज गति से ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सकेगा।

2890.39 करोड़ रुपए से हो रहा निर्माण

प्रोजेक्ट के तहत नागदा-मथुरा खंड में कार्य कुल 2890.39 करोड़ की लागत से किया गया। नागदा-मथुरा के मध्य मिशन रफ्तार प्रोजेक्ट का कार्य तीन भागों में विभाजित कर किया गया। इसमें मथुरा-गंगापुरसिटी 152 किलोमीटर, गंगापुरसिटी-कोटा 172 किलोमीटर एवं कोटा-नागदा 221 किलोमीटर शामिल है। इसमें तीन विभाग इलेक्ट्रिकल, संकेत एवं दूरसंचार तथा इंजीनियरिंग की ओर से काम पूरा हो चुका है।

रेलवे ट्रैक पर सेफ्टी वॉल का काम पूरा

नागदा-मथुरा के 545 किमी की दूरी में रेलवे लाइन के दोनों तरफ 1090 किमी का मवेशियों को रोकने के लिए ट्रैक सुरक्षा घेरे का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा विद्युत लोको पर कवच सिस्टम का इंस्टॉलेशन, स्टेशनों पर कवच टॉवर स्थापित किए जा चुके हैं। ऑप्टिकल फाइबर लाइन बिछाने और दूरसंचार टॉवर स्थापित करने का काम भी पूरा कर लिया गया है। पूरे मार्ग पर ट्रैकसाइड उपकरण स्थापित कर लिए गए है। मार्ग के 4 मुख्य एवं 300 छोटे ब्रिज की वहन क्षमता में सुधार करते हुए अपग्रेड किया गया है। ब्रिज स्लीपरों को भी बदला गया है। इसके साथ ही रेलवे ट्रैक के मार्ग के सभी कर्व के एलाइनमेंट का सुधार किया है। सड़क दुर्घटना को समाप्त करने के लिए नान इंटरलॉक समपार फाटकों को समाप्त कर दिया गया है।

फोटो: पत्रिका

वंदेभारत का 180 की स्पीड पर हो चुका ट्रॉयल

नागदा-कोटा-मथुरा वंदेभारत एक्सप्रेस के 20 कोच वाले रैक की कोटा मंडल में 9 अगस्त 2024 को 160 व 180 की स्पीड से ट्रॉयल किया गया। इस ट्रेन को खाली, यात्री के भार के बराबर के वजन रखकर गीले व सूखे ट्रैक पर सफल ट्रायल की जा चुकी है।

व्यस्ततम रेल मार्ग के कारण हुआ चयन

नागदा से मथुरा रेलवे मार्ग अति व्यस्त रेलमार्ग है। यह तीन राज्यों के महत्वपूर्ण शहरों को आपस में जोड़ता है। ऐसे में इस पर काफी व्यस्तता रहती है। इससे मार्ग पर इन ट्रेनों के संचालन और छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों के ठहराव, मार्ग पर लोकल ट्रेनों के संचालन में काफी परेशानी होती है। इसके अलावा आदर्श स्थितियां होने के कारण इस मार्ग पर रेलवे की ओर से विभिन्न नई ट्रेनों का ट्रायल भी किया जाता है। इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए इस मार्ग का चयन मिशन रफ्तार प्रोजेक्ट के लिए किया गया।

फोटो: पत्रिका

नागदा-कोटा-मथुरा रेलमार्ग पर मिशन रफ्तार-160 का काम पूरा करने के बाद प्रोजेक्ट को निरीक्षण के लिए सीआरएस स्तर पर प्रक्रियाधीन है। सीआरएस के निरीक्षण और अनुमति के बाद ट्रैक पर ट्रेनों का अधिक गति से संचालन किया जा सकेगा।

सौरभ जैन, सीनियर डीसीएम, कोटा रेल मंडल

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Published on:
27 Aug 2025 03:12 pm
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