215 फीट ऊंचा रावण का पुतला 60-60 फीट के होंगे कुंभकरण-मेघनाद 25 कारीगरों की टीम एक माह से जुटी 44 लाख में खड़ा होगा रावण का कुनबा
Dussehra Mela 2025: राष्ट्रीय दशहरा मेला में बनाए जा रहे दुनिया के सबसे ऊंचे रावण के पुतले (215 फीट) का 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है। पुतला इतना विशाल है कि इसे मजबूती से खड़ा करने के लिए 9 टन से ज्यादा वजनी लोहे का स्ट्रक्चर बनाया है। यही नहीं, इसके बड़े आकार के चलते दशहरा मैदान में इसके लिए नए स्थान पर आरसीसी स्ट्रक्चर और सपोर्ट स्ट्रक्चर बनाया गया।
पुतले के दहन के समय चारों ओर 250 फीट के घेरे में सुरक्षा स्थल का निर्माण भी किया जाएगा। इस स्ट्रक्चर पर पूरा पुतला फ्रेम किया गया है। रावण और उसके कुनबे के चेहरे को आकर्षक बनाने के लिए इनका निर्माण फाइबर से किया गया है, जबकि रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों को कई रंगों के आकर्षक मखमल के लिबास और वाटरप्रूफ रंगों से सजाया जा रहा है।
रावण के पुतले में एलईडी लाइट्स लगाई जा रही है। पुतले को 20 रिमोट कंट्रोल प्वॉइंट्स पर लगी विशेष आतिशबाजी के माध्यम से दहन किया जाएगा। रावण दहन के दिन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड की टीम दुनिया के सबसे बड़े रावण दहन की साक्षी बनेगी। रावण का पुतला दिल्ली और अबाला में सबसे बड़े पुतले बना चुके तेजेन्द्र सिंह चौहान और टीम की ओर से बनाए जा रहे हैं।
4000 मीटर वेलवेट कपड़ा,
1500 बांस
90 फीट का धड़
55 फीट ऊंचा मुकुट
25 फीट का चेहरा
50 फीट लंबी तलवार
40 फीट लंबे जूते
०9 टन से अधिक लोहा लग रहा
20 टन होगा कुल वजन
20 रिमोट कंट्रोल प्वॉइंट्स
1000 फीट एलईडी लाइट
०3 क्विंटल ग्रीन क्रैकर्स
200 किलो सूतली
मखमल का मुकुट।
नाव जितने बड़े जूते