स्विमिंग पूल के साथ-साथ पुलिस लाइन परिसर में ओपन जिम और चिल्ड्रन पार्क भी बनाया जा रहा है। ओपन जिम के माध्यम से पुलिस कर्मियों को व्यायाम करने की सुविधा मिलेगी, जिससे वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे।
पुलिस अब फिटनेस और आपदा नियंत्रण दोनों में बेहतर तैयारी के साथ काम करेगी। पुलिस कर्मियों को शारीरिक रूप से फिट रखने और आपदा की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने में सक्षम बनाने के लिए कोटा पुलिस लाइन में प्रदेश का पहला स्विमिंग पूल बनाया गया है।
इसका कार्य केडीए (कोटा विकास प्राधिकरण) के सहयोग से किया गया है। सिटी एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि यह राजस्थान पुलिस की नई पहल है। पुलिस लाइन में स्विमिंग पूल का निर्माण करवाया गया है, जो संभवत: प्रदेश का पहला पूल होगा। उन्होंने कहा कि कोटा क्षेत्र में कई बार बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है। ऐसे में पुलिस को आपदा नियंत्रण के दौरान पानी से जुड़ी बचाव कार्रवाइयों में सक्षम बनाना बेहद जरूरी है। स्विमिंग पूल के माध्यम से पुलिसकर्मी न केवल अपनी फिटनेस पर ध्यान देंगे, बल्कि जल बचाव अभियानों में भी प्रशिक्षित हो सकेंगे।
स्विमिंग पूल के साथ-साथ पुलिस लाइन परिसर में ओपन जिम और चिल्ड्रन पार्क भी बनाया जा रहा है। ओपन जिम के माध्यम से पुलिस कर्मियों को व्यायाम करने की सुविधा मिलेगी, जिससे वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। पुलिस की ड्यूटी लंबे समय तक चलने और तनावपूर्ण होने के कारण फिटनेस की आवश्यकता को देखते हुए यह कदम सराहनीय माना जा रहा है।
वहीं पुलिस कर्मियों के परिवारों और बच्चों के मनोरंजन के लिए चिल्ड्रन पार्क का निर्माण कराया जा रहा है। इससे पुलिसकर्मी अपने परिवार के साथ कुछ समय सुकून से बिता सकेंगे, जिससे उनकी कार्यक्षमता और मानसिक संतुलन दोनों में सुधार आएगा।
सिटी एसपी गौतम ने बताया कि यह स्विमिंग पूल न केवल फिटनेस के लिए, बल्कि आपदा प्रबंधन के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जिन पुलिसकर्मियों को तैरना नहीं आता, उन्हें प्रशिक्षण देकर जल बचाव कार्यों में दक्ष बनाया जाएगा। इससे भविष्य में बाढ़ जैसी आपदा आने पर पुलिस को तत्काल राहत और बचाव अभियान चलाने में मदद मिलेगी।