Ramesh Rulania murder case: रमेश रूलानिया हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पल-पल की खबर देने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
कुचामनसिटी। शहर के बहुचर्चित रमेश रूलानिया हत्याकांड में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों ने रूलानिया की मौत की सूचना अस्पताल से गैंग के वीरेंद्र चारण को दी थी। जांच में तकनीकी साक्ष्य मिलने पर पुलिस ने सुरेंद्र सिंह पालावत निवासी खाटूश्यामजी (सीकर) और राहुल माण्डिया निवासी आशपुरा (सीकर) को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले में अबतक 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि 7 अक्टूबर को व्यापारी रमेश रूलानिया की जिम में गणपत गुर्जर ने गोली मारी थी। इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई। रूलानिया की मौत की सूचना राहुल माण्डिया ने सरगना वीरेंद्र चारण को दी। उसके साथ सुरेंद्र पालावत भी सहयोग कर रहा था। दोनों आरोपियों ने हमलावर गणपत गुर्जर और धर्मेंद्र उर्फ देवा को नकद रुपए भी उपलब्ध करवाए। दोनों फरार चल रहे आरोपी जीतू चारण के संपर्क में थे। प्रतिष्ठित व्यक्तियों व व्यापारियों की रेकी कर उसे जानकारी देते रहते थे।
पुलिस ने बताया कि घटना के दिन आरोपी राहुल माण्डिया कुचामन में ही था। उसने गोली लगने के बाद अस्पताल पहुंचकर रमेश रूलानिया की पल-पल की स्थिति की जानकारी वीरेंद्र चारण तक पहुंचाई। मौत की पुष्टि होते ही उसने इसकी सूचना भी वीरेंद्र चारण तक भेजी। इसके बाद वीरेंद्र ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
पुलिस ने बताया कि रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण गिरोह नए युवाओं को आकर्षक लाइफस्टाइल या विदेश में सेटल करवाने का लालच देकर अपने गिरोह में शामिल करते हैं। बाद में यही युवक स्थानीय स्तर पर हथियार सप्लाई, पैसों का लेनदेन, संदेश पहुंचाने और रेकी के काम में उपयोग किए जाते हैं।
गिरफ्तार आरोपियों सुरेंद्र सिंह और राहुल माण्डिया को नावा वरिष्ठ सिविल न्यायालय एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, नावा के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां से पुलिस ने दोनों को 7 दिन के रिमांड पर लिया है। फिलहाल इस मामले में जीतू चारण फरार है।