कुशीनगर

SIR News: सरकार के ‘SIR’ ने जोड़ा टूट चुका रिश्ता, चालीस साल पहले गया बेटा लौटा घर…घर में खुशी की लहर

चालीस साल बाद तैयब को अचानक देखकर परिवार के लोग हैरान रह गए। कुछ क्षण के लिए लोग पहचान भी नहीं पाए, लेकिन जब सच सामने आया तो घर में भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा। गांव के पुराने लोग अपनी स्मृतियों को साझा करने तैयब के घर पहुंच गए।

2 min read
Dec 03, 2025
फोटो सोर्स: पत्रिका, SIR ने 40 साल बाद परिजनों से मिलवाया

कुशीनगर के खड्डा में हैरान करने वाली घटना हुई है, यहां मंगलवार को एक परिवार में उस समय खुशी की लहर दौड़ गई जब दरवाजे पर 45 साल पहले घर छोड़ कर गया व्यक्ति घर के दरवाजे पर खड़ा था। यह व्यक्ति और कोई नहीं बल्कि इस घर का बेटा था जो 15 साल की स्वस्थ में ही बहे चला गया था तबसे उसका कोई सुराग नहीं मिला। दरवाजे पर उसे देखते ही परिवार के लोग हैरान रह गए। वह उनका बेटा तैयब अली था, जो 45 साल पहले घर छोड़कर चला गया था। अब उसकी उम्र लगभग 60 वर्ष हो चुकी है। उसे देखकर परिवार की आंखों में आंसू आ गए और पूरा माहौल भावुक हो गया।

ये भी पढ़ें

SIR News: कहां गए गोरखपुर के सवा तीन लाख वोटर, नहीं मिले अपने घरों के पते पर…अब होगा यह एक्शन

घर में रोज की कलह से क्षुब्ध होकर पंद्रह साल की उम्र में छोड़ दिए घर

जानकारी के मुताबिक सिसवा गोपाल के सिसही गांव के तैयब अली ने 1980 में, केवल 15 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था। घर में परिवार में रोज की किचकिच से परेशान होकर बिना किसी को बताए गांव छोड़ दिया। वक्त इतना लंबा हो गया था कि परिवार के लोग भी अब उसके आने की संभावना खत्म कर दिए थे। तय्यब ने बताया कि पहले वह पंजाब गए, फिर राजस्थान और गुजरात। इसके बाद वह यूपी के शामली में आ गए यही उनकी मुलाकात मैरून नाम की महिला से हुई और दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद दो बच्चे हुए। धीरे-धीरे परिवार बढ़ा और वही परिवार ही उनका सहारा बन गया। बाद में शामली जिले के कांधला शहर में घर किराए पर लेकर रहना शुरू कर दिया।

SIR फॉर्म में जब दस्तावेज मांगा गया तब घर आने को हुए मजबूर

जब SIR फॉर्म भरने की बात आई तो पिता का दस्तावेज मंगा गया उस समय वहां के निवासी नहीं होने के वजह से कोई प्रमाण नहीं था फिर वापस अपने गांव आने के लिए मजबूर हो गया। हम जैसे बिछड़े हुए लोगों के लिए SIR अच्छा है। इसने हमें हमारे परिवार से मिलवा दिया। घर आने का मन नहीं था, लेकिन SIR ने आने के लिए मजबूर कर दिया। इधर परिवार में भावनाओं का ज्वार बढ़ गया, लोग आंखों में खुशी के आंसू लिए एक दूसरे से गले मिल रहे थे।

ये भी पढ़ें

Gorakhpur To Prayagaraj: गोरखपुर से प्रयागराज के लिए नियमित वनडे ट्रेन चलाने की तैयारी, एक दिन में ही काम निपटा कर आ सकते हैं गोरखपुर

Published on:
03 Dec 2025 07:53 am
Also Read
View All

अगली खबर